आतंकवादियों ने शनिवार को दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग स्थित उपायुक्त कार्यालय के बाहर ग्रेनेड हमला किया, जिसमें 14 लोग घायल हो गए। जुमे की नमाज के लिये लोगों के एकत्र होने के मद्देनजर घाटी में शुक्रवार को लगी पाबंदियों में शनिवार सुबह ढील दिये जाने के बाद यह हमला हुआ। जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने के बाद घाटी में यह दूसरा ग्रेनेड हमला है।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधान हटाए जाने के केंद्र सरकार के पांच अगस्त के फैसले के बाद कश्मीर घाटी में जनजीवन प्रभावित है, बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं जबकि ज्यादातर सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद हैं।
हालांकि, उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालय खुल रहे हैं और उनमें से ज्यादातर में उपस्थिति सामान्य के करीब है। अधिकारियों ने कहा कि बड़ी संख्या में निजी वाहनों को सड़कों पर देखा जा सकता है।
एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने यहां से 55 किलोमीटर दूर अनंतनाग में चाक चौबंद सुरक्षा से लैस उपायुक्त कार्यालय परिसर के बाहर पहरेदारी कर रहे सुरक्षाकर्मियों पर पूर्वाह्न करीब 11 बजे हमला किया।
उन्होंने बताया कि ग्रेनेड निशाना चूक गया और सड़क पर गिरा। उसमें हुए विस्फोट से निकले छर्रों से 14 लोग घायल हो गए, जिनमें एक यातायात पुलिसकर्मी और एक स्थानीय पत्रकार शामिल है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाज के बाद उनमें से 13 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने घाटी के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को प्रतिबंध लगाया था, जिसे शनिवार सुबह हटा दिया गया था। अभिभावक अपने बच्चों को सुरक्षा कारणों को लेकर स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। घाटी में लैंडलाइन फोन सेवा बहाल कर दी गयी है लेकिन अभी भी अधिकांश भागों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की गयी है।
इसी बीच, जम्मू कश्मीर प्रशासन ने नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू संभाग के प्रतिनिधिमंडल को पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से रविवार को मिलने की अनुमति दे दी है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।