फोर्ब्स की सम्मानित कंपनियों की सूची में 18 भारतीय फर्मों को स्थान मिला। इनमें इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचडीएफसी शामिल हैं। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी इन्फोसिस को दुनिया की सम्मानित कंपनियों की सूची में तीसरा स्थान मिला है। वैश्विक भुगतान प्रौद्योगिकी कंपनी वीजा इस सूची में पहले स्थान पर और इटली की कार कंपनी फेरारी दूसरे स्थान पर हैं।
हालांकि इस सूची में 50 फीसदी कंपनियां एशिया में स्थित हैं। वहीं अमेरिका की 59 कंपनियां और चीन, जापान व भारत की 82 कंपनियां शामिल हैं। कुल 18 भारतीय कंपनियों ने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।
इन्फोसिस 2018 में इस सूची में 31वें स्थान पर थी। सूची में शामिल शीर्ष 10 कंपनियों में नेटफ्लिक्स चौथे, पेपाल पांचवें, माइक्रोसॉफ्ट छठे, वाल्ट डिज्नी सातवें, टोयोटा मोटर आठवें, मास्टरकार्ड नौवें और कॉस्टको होलसेल 10वें स्थान पर हैं। सूची में शीर्ष 50 स्थानों में भारतीय कंपनी टीसीएस 22वें और टाटा मोटर्स 31वें स्थान पर हैं।
सूची में शामिल अन्य कंपनियां हैं-टाटा स्टील (105), लार्सन एंड टुब्रो (115), महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (117), एचडीएफसी (135), बजाज फिनसर्व (143), पीरामल एंटरप्राइजेज (149), स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया (153), एचसीएल टेक्नॉलजीज (155), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (157), विप्रो (168), एचडीएफसी बैंक (204), सनफार्मा इंडस्ट्रीज (217), जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (224), आईटीसी (231) और एशियन पेंट्स (248)।
दुनिया की 250 सम्मानित कंपनियों की सूची में सबसे ज्यादा 59 कंपनियां अमेरिका की हैं। उसके बाद जापान, चीन और भारत की कंपनियों का नंबर आता है। जापान, चीन और भारत की कुल मिलाकर 82 कंपनियां सूची में हैं। पिछले साल इन तीन देशों की 63 कंपनियां सूची में शामिल थीं।
भरोसे, सामाजिक व्यवहार, उत्पाद-सेवाओं की क्षमता और नियोक्ता के तौर पर निष्पक्षता के आधार पर इनकी रैंकिंग की गई। सर्वे में 50 देशों के 15,000 लोगों को शामिल किया गया। पूरे विश्व में कार्यरत दो हजार कंपनियों में से केवल 250 कंपनियों को शामिल किया गया है।
फोर्ब्स की सूची में एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज इस लिस्ट में शामिल नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे बड़ी कंपनी है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।