आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को संघ से जुड़े एक संगठन द्वारा कराए गए सर्वे के नतीजे को जारी करेंगे, जिसमें कथित रूप से कहा गया है कि लिव-इन रिलेशनशिप की तुलना में शादीशुदा महिलाएं ज्यादा खुश रहती हैं।
यह सर्वे पुणे के दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र (डीएसएपीके) ने कराया और महीने की शुरुआत में पुष्कर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समन्वय बैठक में इसके नतीजों पर चर्चा हुई।
आरएसएस सूत्रों के मुताबिक, सर्वे में कहा गया है कि शादीशुदा महिलाओं में खुशी का स्तर काफी ज्यादा रहता है, जबकि लिव-इन रिलेशनशिप में महिलाएं कम खुश रहती हैं। भागवत विदेशी मीडिया से मुखातिब होंगे, उसके बाद सर्वे के नतीजे जारी किए जाएंगे।
आरएसएस के प्रचार प्रभारी अरुण कुमार ने शनिवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि भागवत एक नियमित प्रक्रिया के तहत विदेशी मीडिया से मुखातिब होंगे।
यह विभिन्न क्षेत्र के लोगों से मुखातिब होने की आरएसएस की नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है। भागवत इस दौरान आरएसएस, इसकी कार्य प्रणाली के बारे में विदेशी मीडिया से बात करेंगे।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।