पाकिस्तान ने गुरुवार, 12 सितंबर को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच देने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कुलभूषण जाधव को दूसरी बार राजनयिक मदद नहीं दी जाएगी। इसी साल अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के बाद भारतीय नागरिक जाधव को पहली बार राजनयिक पहुंच दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि आईसीजे ने जाधव की फांसी पर रोक लगाते हुए पाकिस्तान को आदेश दिया था कि वह अपने अदालती फैसले की दोबारा जांच करे और उन्हें राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराए। जासूसी के आरोप में पाक जेल में बंद पूर्व नौसेना अधिकारी जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आज साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, 'पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को दूसरी बार राजनयिक पहुंच नहीं दी जाएगी।' बता दें कि इसी महीने की 2 तारीख को भारतीय नागरिक जाधव से पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक गौरव आहलूवालिया ने अज्ञात जगह पर मुलाकात की थी।
पाक अधिकारियों ने जाधव के साथ भारतीय राजनयिक की पहली मुलाकात में काफी दुर्व्यवहार किया था। पाकिस्तान की जेल में 3 साल से अधिक वक्त से बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मुलाकात भारतीय राजनयिकों से हुई। यह मुलाकात एक सबजेल में कराई गई और निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से अधिकारियों को उनसे मिलने दिया गया।
पहले भारतीय राजनयिक गौरव अहलुवालिया की मीटिंग पाक विदेश मंत्रालय के मुख्य ऑफिस में तय की गई थी, लेकिन पाकिस्तान ने शरारत करते हुए किसी अज्ञात स्थान पर मीटिंग कराई।
पाकिस्तान के इस रुख के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हम कोशिश करेंगे कि आईसीजे के फैसले को पूरी तरह से लागू किया जाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'हम यह कोशिश करेंगे कि आईसीजे के फैसले का पूरी तरह से पालन हो। हम अपने कूटनीतिक चैनल के जरिये पाकिस्तान के संपर्क में रहेंगे।'
बता दें कि पाकिस्तान ने काफी आना-कानी के बाद जाधव को राजनयिक पहुंच तो दिलाई, लेकिन यह मुलाकात जिस माहौल में हुई उससे ऐसा लग रहा था कि जाधव पर काफी दबाव है। उनसे मिलने गए भारतीय राजनयिक के मुताबिक, उनकी बॉडी लैंग्वेज से लग रहा था कि वह काफी दबाव में है और इस वजह से पाक की लाइन दोहरा रहे थे।
भारत की तरफ से बार-बार दबाव बनाने के बाद पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव की मुलाकात उनकी मां और पत्नी से 25 दिसंबर 2017 को कराई थी। हालांकि, पाकिस्तान ने इस मुलाकात के दौरान भी बहुत खराब आचरण का उदाहरण पेश किया। दोनों महिलाओं से मंगलसूत्र और बिंदी तक पाक अधिकारियों ने जबरन उतरवा लिया था।
मुलाकात के कुछ ही दिन बाद पाकिस्तान ने जाधव का एक विडियो जारी किया था जिसमें वह खुद को जासूस बता रहे हैं।