27 फरवरी को जम्मू और कश्मीर में हुई आसमानी डॉग फाइट में पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) के एक अमेरिकी-निर्मित एफ -16 को अपने मिग-21 बाइसन विमान से मार गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन ने सोमवार को पठानकोट एयरबेस से मिग-21 लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। इस दौरान कॉकपिट में उनके साथ एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी मौजूद रहे। रिटारमेंट से पहले वायुसेना चीफ बीएस धनोआ की ये आखिरी उड़ान थी।
बता दें, वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर 26 फरवरी को हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की थी। इस जवाबी कार्रवाई में अभिनंदन ने पाकिस्तान के एफ-16 विमानों को मिग-21 बाइसन विमान से मार गिराया था।
बता दें, वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ भी मिग-21 के पायलट रहे हैं। उन्होंने 1999 में कारगिल युद्ध के वक्त वायुसेना की 17वीं स्क्वाड्रन की कमान संभालने के दौरान मिग-21 विमान को उड़ाया था।
एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने मिग -21 के टाइप-69 लड़ाकू विमान के ट्रेनर संस्करण में उड़ान भरी। लड़ाकू विमान मिग-21 में वायुसेना प्रमुख की ये आखिरी सवारी थी। उन्होंने मिग-21 में 30 मिनट की सवारी दिन में लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर की।
मिग-21 की सवारी करने के बाद एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि मेरे लिए अभिनंदन के साथ उड़ान भरना खुशी की बात थी, क्योंकि उन्हें अपनी फ्लाइंग श्रेणी वापस मिल गई है। उन्होंने कहा कि मुझे भी 1988 में बेदखल कर दिया गया था, मुझे अपनी श्रेणी वापस लेने में 9 महीने लग गए। वह 6 महीने से भी कम समय में वापस आ गए हैं।
वायुसेना चीफ बीएस धनोआ ने कहा कि हम दोनों में कई चीजें एक समान हैं- एक की हम दोनों को बाहर कर दिया और दूसरा की हम दोनों ने पाकिस्तानियों का मुकाबला किया। मैं कारगिल में लड़ा, अभिनंदन बालाकोट के बाद लड़े। तीसरी बात ये कि मैंने उसके पिता के साथ भी उड़ान भरी है। ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि मैंने मिग-21 की आखिरी सवारी उनके बेटे के साथ की है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।