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Reuters

जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए फ्रांस पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सोमवार को कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है। ट्रंप ने भी उनकी बातों से सहमति जताई और इसे द्विपक्षीय मामला बताया। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद मोदी और ट्रंप की ये पहली मुलाकात थी।

पीएम मोदी ने ट्रंप से दो टूक कहा की भारत-पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं। दोनों देश मिलकर मुद्दों को सुलझा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं, इसलिए हम इस बारे में किसी अन्य देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। हमें तीसरे देश का दखल मंजूर नहीं है।

ट्रंप ने भी मोदी की बात का समर्थन करते हुए कहा कि पीएम मोदी पर उन्हें पूरा भरोसा है। इससे पहले मोदी ने कहा, 'भारत और अमेरिका दोनों लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर चलने वाले देश हैं और किस तरह साथ मिलकर चल सकते हैं और क्या योगदान दे सकते हैं ऐसे कई विषयों पर गहराई से बात होती रहती है।'

दरअसल, मीडिया की ओर से जब कश्मीर को लेकर सवाल किया गया तो पीएम मोदी ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दे हैं। पाक में चुनाव जीतने के बाद वहां के नए प्रधानमंत्री को मैंने फोन कर कहा था कि पाक और भारत दोनों देशों को बीमारी, गरीबी, अशिक्षा आदि के खिलाफ लड़ना है। दोनों देश मिलकर इसके खिलाफ लड़ सकते हैं। दोनों देश जनता की भलाई के लिए काम करें।' मोदी ने आगे कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप से भी हमारी इस संबंध में बात होती रहती है।

मीडिया से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा, 'हमने (पीएम मोदी के साथ) पिछली रात कश्मीर मसले पर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि चीजें पूरी तरह नियंत्रण में हैं। मुझे उम्मीद है कि वे कुछ अच्छा करने में कामयाब होंगे, जो बहुत अच्छा होगा।'

ट्रंप ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान मिलकर समस्याओं को सुलझा लेंगे।' पहले से ही दुनियाभर में मुंह की खाने वाला पाकिस्तान अब ट्रंप के यू-टर्न लेने से और बौखला सकता है।

आपको बता दें कि पीएम मोदी रविवार को जी-7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए दूसरी बार फ्रांस पहुंचे हैं। यह शिखर सम्मेलन फ्रांस के समुद्र किनारे बसे मनोरम दृश्यों वाले शहर बिआरित्ज में हो रहा है। वैसे, भारत जी-7 समूह का हिस्सा नहीं है लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने पीएम मोदी को व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया है।

विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यह न्योता दोनों नेताओं के बीच 'निजी तालमेल को दर्शाता' है और साथ ही 'प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में भारत को स्वीकार करता' है। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका जी-7 समूह का हिस्सा हैं।

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