जम्मू-कश्मीर में गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षाबलों की 100 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती के फैसले के बाद आतंकियों के होश उड़ गए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी जम्मू और कश्मीर में बड़े आत्मघाती हमले की फिराक में हैं। हालांकि गृहमंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में जवानों की तैनाती क्यों कर रही है इस बाबत अधिकारिक रुप से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि आतंकवादी घाटी में बड़े फिदायीन हमले की तैयारी में हैं।
कुछ रिपोर्ट्स में इस बात का खुलासा हुआ है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नेजापीर सेक्टर में लॉन्च पैड पर मौजूद थे जो कि पुंछ के शाहपुर सेक्टर में भारतीय पोस्ट के ठीक विपरीत स्थित है। इन आतंकियों को पाकिस्तानी एसएसजी कमांडो का पूरा समर्थन हासिल था।
Sources: They had planned to conduct a BAT (Border Action Team) operation against Indian troops along forward posts of Barood, Sher, Shakti & Kaiyaan. https://t.co/YoLlcRk7HE
— ANI (@ANI) 3 August 2019
सूत्रों के अनुसार ये आतंकी भारतीय सैनिकों के खिलाफ एक बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) ऑपरेशन करने की योजना बना रहे थे। जैश के संस्थापक मसूद अजहर के भाई इब्राहिम अजहर के नेतृत्व में बॉर्डर एक्शन टीम का गठन किया गया था। ये लोग नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की अग्रिम चौकियों के पास आ गए थे। इब्राहिम कुछ समय पहले पीओके के मुजफ्फराबाद में भी देखा गया था। वह 1999 में हाइजैक हुए आईसी-814 विमान का मुख्य मास्टरमाइंड है।
खुफिया रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि इब्राहिम घाटी में घुसपैठ कर भारत के विरुद्ध हमले करना चाहता था। वह अपने बेटे उस्मान हैदर की मौत का बदला लेने के लिए ये सब कर रहा था जिसकी जम्मू कश्मीर में चले सुरक्षा ऑपरेशन में मौत हो गई थी।
इब्राहिम के बेटे ने अक्तूबर 2018 में जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की थी। और उसे पुलवामा के अवंतिपुरा इलाके में 30 अक्तूबर, 2018 को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। इसके अलावा मसूद अजहर के साले अब्दुल रशीद का बेटा ताल्हा रशीद भी छह नवंबर, 2018 को सुरक्षा बलों के हाथों मारा गया था।
आतंकवादी आईईडी (IED) से ब्लास्ट कर सकते हैं. जिसके बाद प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को बीच में रोक दी है। इसके साथ ही पर्यटकों को भी जम्मू-कश्मीर से बाहर निकाला जा रहा है।
शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रा के रूट पर जांच के दौरान स्नाइपर राइफल बरामद किया है। इसके साथ ही आईईडी के साथ ही विस्फोटकों भी जब्त किया गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को जारी एडवाइजरी में अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
भारतीय सुरक्षाबलों को अमरनाथ यात्रा मार्ग के पास से पाकिस्तान में बनी बारूदी सुरंग और अमेरिकी स्नाइपर राइफल मिली है। इसके अलावा दूरबीन व आईईडी के साथ ही विस्फोटकों का एक गुप्त भंडार भी मिला है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि अमरनाथ यात्रा मार्ग पर चलाए गए व्यापक तलाशी अभियान में गोला-बारूद बरामद किया गया है।
चिनार कॉर्प्स कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने शुक्रवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'व्यापक खोजबीन के बाद पाकिस्तान की फैक्ट्री में बनी बारूदी सुरंग, टेलीस्कोप के साथ ही एक स्नाइपर राइफल, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी), आईईडी कंटेनर, आईईडी के साथ एक रिमोट कंट्रोल मिला है।'
राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि आईईडी हमले बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन सुरक्षा बलों को भी सफलता मिली है। आईईडी विशेषज्ञ मुन्ना लाहौरी को पिछले सप्ताह ही खत्म कर दिया गया है।