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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि भारत को अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ वापस लेने होंगे. उन्होंने कहा कि इस बारे में बातचीत करने के लिए वह उत्सुक हैं. ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात से पहले कहा, "मैं इस तथ्य पर प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं कि भारत ने सालों से अमेरिका पर उच्च शुल्क लगाए हैं. अभी हाल ही में शुल्क में और भी वृद्धि हुई है. ये स्वीकार करने योग्य नहीं है और शुल्कों को वापस लिया जाना चाहिए."

बता दें कि अमेरिका और भारत के बीच पिछले करीब एक साल से टैरिफ को लेकर इसी तरह की जुबानी जंग चल रही है. पहले अमेरिका ने कुछ भारतीय प्रोडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ाया था, तो वहीं उसके बाद भारत की तरफ से भी टैरिफ में बढ़ोतरी की गई थी. इनमें मशहूर हार्ले डेविडसन बाइक कंपनी पर भी टैरिफ शामिल था.

डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भी कई मौकों पर भारत की टैरिफ के मुद्दे पर आलोचना कर चुके हैं. अब एक बार फिर जब द्विपक्षीय वार्ता होने वाली है तो उन्होंने इस मुद्दे को गर्म कर दिया है.

भारत-अमेरिकी व्यापार में चल रहे तनाव को खत्म करने की लिए जी-20 में दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो सकती है. हाल ही में अमेरिका ने भारत को विषेश तरजीह वाले देशों (जीएसपी सूची) की सूची से बाहर किया है. जिसके बाद भारत ने भी जवाब देते हुए अमेरिका से आयातित 28 उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था.

इसके अलावा ट्रंप अमेरिकी मोटरसाइकिलों पर भारत द्वारा आयात शुल्क को 100 फीसदी से 50 फीसदी करने पर भी खुश नहीं हैं. उनका मानना है कि इसे शून्य किया जाना चाहिए.

बता दें, जापान के ओसाका में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान पहुंच चुके हैं. इस सम्मेलन के दौरान वह महत्वपूर्ण बहुपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के प्रमुख नेताओं से भी मिलेंगे. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस भी बुधवार को रवाना हो गए.

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प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, 'अलसुबह ओसाका पहुंचे. आने वाले दिनों में जी-20 शिखर सम्मेलन, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय वार्ताएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंतजार कर रहे हैं. वह वैश्विक महत्व के कई मुद्दों पर जोर देने के साथ ही भारत का नजरिया पेश करेंगे.'

ओसाका में 28-29 जून को हो रही जी-20 शिखर वार्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छठी शिखर वार्ता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओसाका के कंसाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे. अगले तीन दिनों तक, वैश्विक मंच पर भारत के नजरिये को रखने के लिये प्रधानमंत्री कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चर्चाओं का हिस्सा होंगे."

जापान रवाना होने से पहले अपने बयान में उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण, कृत्रिम बुद्धिमता और आतंकवाद जैसी चुनौतियों से निपटने के लिये साझा प्रयास एजेंडे में प्रमुख होगा. पीएम मोदी ने कहा, 'शिखर सम्मेलन सुधरे हुए बहुपक्षवाद के लिये हमारे मजबूत समर्थन को फिर से दोहराने और सुदृढ़ करने का महत्वपूर्ण अवसर देगा, जो आज की तेजी से बदलती दुनिया में नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को संरक्षित रखने में बेहद अहम है.'

उन्होंने कहा कि यह शिखर सम्मेलन बीते पांच सालों में भारत के विकास के मजबूत अनुभवों को साझा करने का भी एक मंच होगा, क्योंकि इसी के आधार पर भारत के लोगों ने इस सरकार को अगले पांच सालों तक प्रगति और स्थायित्व के पथ पर काम जारी रखने के लिये प्रचंड बहुमत दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि ओसाका शिखर सम्मेलन भारत द्वारा 2022 में नयी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन की दिशा में अहम साबित होगा. उन्होंने कहा, ''2022 में हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष पर 'नए भारत' से उनकी भेंट कराएंगे.''

पीएम मोदी ने कहा कि वह इस सम्मेलन के दौरान दुनिया के प्रमुख नेताओं के साथ भी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, ''मैं कार्यक्रम से इतर रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के अगले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिये उत्सुक हूं और इसके साथ ही ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण-अफ्रीका) तथा 'जय' (जापान, अमेरिका और भारत) की अगली अनौपचारिक बैठक में भी हिस्सा लूंगा.' ट्रंप के अलावा प्रधानमंत्री मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन और अन्य नेताओं के साथ भी जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मिलेंगे.