जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को हुए एक बड़े आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हुए हैं जिनमें से एक जम्मू और कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। इस फिदायीन हमले में एक आतंकवादी भी मारा गया।
#WATCH Jammu & Kashmir: Gunshots heard at the site of Anantnag terrorist attack in which 3 CRPF personnel have lost their lives & 2 have been injured, SHO Anantnag also critically injured. 1 terrorist has been neutralized in the operation. (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/Uspen8iC4p
— ANI (@ANI) June 12, 2019
सूत्रों ने इंटरनेशनल बिज़नेस टाइम्स, इंडिया को बताया कि आतंकियों के एक समूह ने बुधवार को यहां की एक भीड़भाड़ वाली सड़क पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की एक पट्रोल पार्टी को निशाना बनाया।
कम से कम दो आतंकियों ने केपी रोड पर सीआरपीएफ के काफिले पर ऑटोमेटिक राइफलों से अंधाधुंध गोलियां बरसाईं और फिर ग्रेनेड फेंके। अब भी गोलीबारी जारी है। सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में एक आतंकी भी मारा गया है। अनंतनाग पुलिस स्टेशन के इंचार्ज अरशद अहमद भी हमले में घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए श्रीनगर शिफ्ट किया गया है।
यह घटना 14 फरवरी को पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले के बाद सबसे बड़ा आत्मघाती हमला है। सभी घायल सैनिकों को श्रीनगर के बीबी कैंटोनमेंट अस्पताल ले जाया गया है।
ख़त्म हो आतंकी संगठन अल-उमर मुजाहिदीन नाम के आंतकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस आतंकी संगठन ने का सरगना मुश्ताक जरगर वही शख्स है जिसे 1999 में विमान आईसी-814 के अपहृत यात्रियों को छोड़ने के बदले भारत सरकार ने रिहा किया था। उसके साथ मसूद अजहर और शेख उमर को भी छोड़ा गया था।