अरब सागर में गहरे विक्षोभ के चलते उत्पन्न हुआ चक्रवाती तूफान क्यार, अगले 24 घंटों के दौरान प्रचंड रूप ले सकता है। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा के तटवर्ती इलाकों में असर देखने को मिल सकता है। कोस्ट गार्ड ने अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षा की तैयारी तेज कर दी है। समुद्र में फंसे मछुआरों को बचाया जा रहा है।
मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया, 'अगले 24 घंटों में अरब सागर की स्थिति बहुत अधिक हो सकती है। उत्तरी कर्नाटक के तटवर्ती इलाकों में इसका गहरा असर देखने को मिल सकता है। कर्नाटक के कई हिस्सों में बारिश और तूफान की आशंका है।'
अरब सागर में उत्पन्न हुए क्यार के अत्यधिक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके बाद चक्रवाती तूफान ओमान तट की तरफ बढ़ेगा।
भारतीय कोस्ट गार्ड ने भी किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए कमर कस ली है। कोस्ट गार्ड की तरफ से जारी बयान में बताया गया, 'क्यार तूफान के मद्देनजर हमने पश्चिमी तट पर राहत एवं बचाव कार्य के प्रयासों को तेज कर दिया है। अभी समुद्र में फंसे मछली पकड़ने वाले नावों के बारे में एयरक्राफ्ट से पता लगाया जा रहा है। उनकी पोजिशन कोन की जानकारी समुद्र में कोस्ट गार्ड के जहाजों को उपलब्ध कराई जा रही है।'
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि चक्रवात क्यार के चलते तेज हवाएं भी चलेंगी, जिसकी रफ्तार 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। महाराष्ट्र के कोंकण बेल्ट में भी रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। पालघर, सिंधुदुर्ग सहित अन्य जगहों पर मछुआरों को वापस बुला लिया गया है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.