छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को मिली जीत के बाद पहली बार राहुल गांधी राजधानी रायपुर पहुंचे और 'किसान आभार सम्मेलन' में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने एक आम जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि तीन राज्यों में मिली जीत के बाद तय हो गया कि देश में मोदी सरकार के खिलाफ नाराजगी है.
2019 के चुनाव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने जनता से कहा कि अब हम वो करने जा रहे हैं जो दुनिया में आजतक किसी भी सरकार ने नहीं किया होगा. उन्होंने कहा कि 2019 में कांग्रेस पार्टी की सरकार देश में हर नागरिक को न्यूनतम आमदनी की गारंटी देगी.
#WATCH Rahul Gandhi in Atal Nagar, Chhattisgarh: After winning in 2019 we'll take a step that no party has ever taken, we will ensure minimum universal basic income for the poor. No government in the world has ever taken such a decision. pic.twitter.com/V064QfsWrM
— ANI (@ANI) January 28, 2019
राहुल गांधी ने कहा कि क्या कारण है कि किसान अपना पैसा बीमा कंपनी को देता है और ओला पड़ने पर किसान को उसका पैसा नहीं मिलता. पूरा फायदा अनिल अंबानी की कंपनी को जाता है. उन्होंने कहा कि जैसे कांग्रेस पार्टी ने मनरेगा में 100 दिन का रोजगार गारंटी करके दिया, सूचना के अधिकार में गारंटी से ब्यूरोक्रेसी के दरवाजे खोले, भोजन का अधिकार गारंटी करके दिया; वैसे ही न्यूनतम आमदनी की गारंटी होगी.
बाद में कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया और कहा कि अगर हमारे करोड़ों भाई-बहन अगर गरीबी का दंश झलेंगे तो हम एक नया भारत नहीं बना सकते हैं. यदि कांग्रेस 2019 में सत्ता में आती है तो हम प्रत्येक गरीब आदमी को न्यूनतम आमदनी की गारंटी देने के लिए प्रतिबंद्ध होंगे ताकि गरीबी और भूखमरी से निपटा जा सके. यही हमारा दृष्टीकोण और वादा है.
किसानों के कर्जमाफी पर राहुल गांधी ने कहा कि जब हम विपक्ष में थे तो हमने गरीबों के लिए आवाज उठाई किसानों के लिए बात की. किसानों के कर्जा की बात कही तो सरकार ने कहा कि पैसा नहीं है. सिर्फ छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि मध्य प्रदेश में भी हमने शिवराज सिंह से भी यहीं बात कही तो उन्होंने भी कहा कि पैसा नहीं है उधर केंद्र में मोदी सरकार भी चुप रहते हैं. हमने उनसे पूछा कि देश के उद्योगपतियों के लिए खजाना खोल दिया जाता है. वो करोड़ों लेते हैं और फिर कहीं गायब हो जाते हैं.
राहुल गांधी ने कहा छत्तीसगढ़ में बीजेपी के नेता 15 साल में नहीं कर पाए हमनें उसे 24 घंटे में कर दिया. राहुल गांधी ने कहा कि प्लानिंग होती है और कमिटमेंट होता है. हमने जनता से 10 दिनों की बात कही थी लेकिन भूपेश बघेल और मेरे बीच में बात हुई थी कि 2 दिन में किसानों का कर्जा माफ करना है. और हमने 24 घंटे में ऐसा कर दिखाया. जब हम विपक्ष में थे तो हमने गरीबों के लिए आवाज उठाई किसानों के लिए बात की. किसानों के कर्जा की बात कही तो सरकार ने कहा कि पैसा नहीं है. सिर्फ छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि मध्य प्रदेश में भी हमने शिवराज सिंह से भी यहीं बात कही तो उन्होंने भी कहा कि पैसा नहीं है उधर केंद्र में मोदी सरकार भी चुप रहते हैं. हमने उनसे पूछा कि देश के उद्योगपतियों के लिए खजाना खोल दिया जाता है.
राफेल मामले का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं राफेल हवाई जहाज हिंदुस्तान में नहीं बनेगा. रोजगार हिंदुस्तान के युवाओं को नहीं मिला. और एक राफेल का दाम 1600 करोड़ रुपये भारत सरकार चुकाएगी. मोदी सरकार चाहती है कि गरीब आधी आधी रोटी खाए और अनिल अंबानी ज्यादा पैसा कमाए. ऐसा हिंदुस्तान हम नहीं बनने देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए. भाषण की शुरुआत में राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को मन से और दिल से धन्यवाद देता हूं. विचारधारा की लड़ाई में आपने पार्टी का साथ दिया. आपने अपना खून अपना पसीना संगठन को दिया.
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस के सत्ता में आने पर कृषि ऋण माफ करने का आश्वासन दिया था. कांग्रेस नेताओं ने इसी छत्तीसगढ़ में गंगाजल को हाथ में लेकर कसम खाया था कि सत्ता में आने के बाद किसानों का कर्जमाफ करेंगे. इसी मुद्दे पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बंपर जीत मिली थी.
हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किसानों की कर्जमाफी वादा किया था. कांग्रेस का किसान कार्ड सत्ता में वापसी की राह बना और तीन राज्यों में बीजेपी की सरकार को बेदखल करने में वह कामयाब रही. इसी के मद्देनजर राहुल गांधी अब किसानों का आभार प्रकट के लिए रैली कर रहे हैं. राहुल गांधी ने इसी महीने राजस्थान में किसान रैली को संबोधित किया था.