2019 लोकसभा चुनाव दिल्ली की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के लिए तनाव भरा रहने वाला है. बता दें कि अभी हाल ही में बीजेपी अपने तीन बड़े राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान कांग्रेस के हाथों हार चुकी है. अब एक नये सर्वे में बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव में बहुमत से दूर दिखाया गया है.
सर्वे इंडिया टीवी-सीएनएक्स का है. इस ओपिनियन पोल के हिसाब से बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने 2014 वाले ऐतिहासिक प्रदर्शन से काफी दूर रहेगी. सर्वे की मानें तो बीजेपी लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा टच नहीं कर पायेगी. बीजेपी को बहुमत से लगभग 15 सीटें कम मिलने की संभावना जताई जा रही है.
सर्वे के अनुसार बीजेपी और उसके सहयोगियों को मिलाकर सीटों का नंबर 257 तक पहुंच सकता है; वहीं, बीजेपी की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी कांग्रेस और उसकी सहयोगियों को 146 सीटें मिलने का अनुमान सर्वे में लगाया गया है.
ये सर्वे 15 दिसंबर से लेकर 25 दिसंबर तक देश की सभी 543 लोकसभा सीट पर कराया गया है. ये सर्वे राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कराया गया है.
जान लें कि विधानसभा चुनावों से पूर्व नवंबर में इंडिया टीवी-सीएनएक्स द्वारा किये गये पहले सर्वे में एनडीए को 281 सीटों के साथ बहुमत दिखाया गया था; जबकि यूपीए 124 और अन्य के हाथ में 138 सीटें जाती हुई दिखाई गयी थीं. तब से अब तक एनडीए में 24 सीटों की कमी हुई है; ताजा सर्वे में यूपीए की सीटों में बढ़ोत्तरी दिखाई पड़ी है.
ओपिनियन पोल में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों को लेकर किये गए सर्वे में बीजेपी को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है. ओपिनियन पोल के मुताबिक राज्य की 80 सीटों में से बीजेपी को 40 सीटें, सपा को 20 सीटें, बसपा को 15 सीटें, कांग्रेस को 02 सीटें तथा अन्य को 03 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गयी है.
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में 72 सीटें जीती थीं. ओपिनियन पोल के मुताबिक 2019 के आम चुनाव में बीजेपी को 40 सीटें मिलने की संभावना जताई गयी है. यानि 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2019 के चुनाव में बीजेपी को 32 सीटों का घाटा हो रहा है और सपा- बसपा का फायदा होता दिख रहा है.
वहीँ ओपिनियन पोल मुताबिक बिहार की 40 सीटों में बीजेपी को 13 सीटें, जदयू को 11 और आरजेडी को 10 सीट, कांग्रेस को 02 सीटें तथा अन्य को 04 सीटें मिल सकती हैं. यहाँ भी बीजेपी को नुकसान होता दिख रहा है और उसकी सीटों की संख्या कम हो रही है.
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बिहार में कुल 22 सीटें थीं लेकिन ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में 13 सीटें मिल सकतीं हैं, यानि सीधे तौर पर बीजेपी को 09 सीटों का नुकसान हो रहा है.
ओपिनियन पोल के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी को 22 सीटें, कांग्रेस को 9, एनसीपी को 9 और शिवसेना को 8 सीटें मिलने की सम्भावना जताई गयी है. यहाँ भी बीजेपी को 01 सीट का नुकसान और उसकी सहयोगी शिवसेना को 10 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है.
2014 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी ने 23 सीटें जीती थीं जबकि शिवसेना ने 18 सीटें जीती थीं. वहीँ कांग्रेस ने 02 और एनसीपी ने 04 सीटें जीती थीं.
ओपिनियन पोल के मुताबिक झारखण्ड में बीजेपी को 07 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस को 02 सीटें, झारखंड मुक्ति मोर्चा को 04 सीटें और 01 सीट जेवीएम को मिल सकती है. इस लिहाज से बीजेपी को झारखंड में साफतौर पर 05 सीटों का नुकसान हो रहा है.
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने झारखण्ड की कुल 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटें जीती थीं जबकि जेएमएम को दो सीटों पर विजय हासिल हुई थी.
ओपिनियन पोल के मुताबिक गोवा में बीजेपी और कांग्रेस को 01 – 01 सीट मिलने की उम्मीद जताई गयी है. यहाँ भी बीजेपी को 01 सीट का नुकसान होता दिख रहा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गोवा की दोनों सीटें जीती थीं और यहाँ कांग्रेस का खाता नहीं खुला था.
बता दें कि नये सर्वे में यूपीए में समाजवादी पार्टी और बसपा की सीटें शामिल नहीं की गयी हैं. सर्वे 15 से 25 दिसंबर 2018 के बीच किया गया है. जान लें कि सर्वे राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद किया गया है. शनिवार, पांच जनवरी को सामने आये सर्वे में कहा गया है कि सरकार बनाने की चाबी अन्य दलों के हाथों में हो सकती है, जिन्हें लोकसभा की 543 सीटों में से 140 सीटें मिल सकती हैं.
इस अन्य में सपा, बसपा, एआईएडीएमके, तृणमूल कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति, बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, वाम मोर्चा, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी, बदरुद्दीन अजमल की एआईयूडीएफ, आईएनएलडी, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम शामिल हैं, साथ ही जेवीएम (पी), तमिलनाडु के एएमएमके और निर्दलीय सांसद भी शामिल है.
राजग में सत्तारूढ़ भाजपा, शिवसेना, अकाली दल, जदयू, मिजो नेशनल फ्रंट, अपना दल, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट, रामविलास पासवान की लोजपा, मेघालय की एनपीपी, पुदुचेरी की पीएमसीएच, पीएमके और नागालैंड की एनडीपीपी शामिल हैं.
इस क्रम में यूपीए में मुख्य विपक्षी कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, डीएमके, टीडीपी, शरद पवार की एनसीपी, देवेगौड़ा की जेडीएस, अजीत सिंह की आरएलडी, नेशनल कांफ्रेंस, आरएसपी, जेएमएम, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (मणि) और आरएलएसपी शामिल हैं.
हालाँकि ये अभी ओपिनियन पोल हैं। अभी लोकसभा चुनावो में खासा समय है. हालाँकि बीजेपी ने अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है जिन्हे देखकर लगता है कि लोकसभा चुनाव समय से पहले भी कराये जा सकते हैं.