कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करना लगातार जारी है. गुरुवार दोपहर कांग्रेस अध्यक्ष ने जीएसटी के स्लैब से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने 'गब्बर सिंह टैक्स' पर प्रधानमंत्री को गहरी नींद से जगा दिया है, लेकिन वह अब भी हल्की झपकी ले रहे हैं.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के जिस विचार को 'ग्रैंड स्टुपिड थॉट' (बेहद बकवास विचार) कहा था, अब उसी को लागू करना चाहते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने नरेंद्र मोदी जी को गब्बर सिंह टैक्स पर गहरी नींद से जगा दिया. हालांकि वह झपकी ले रहे हैं, अब वह कांग्रेस के उस विचार को लागू कराना चाहते हैं जिसे उन्होंने 'ग्रैंड स्टुपिड थॉट' कहा था.''
The Congress Party has finally jolted Narendra Ji from his deep slumber on Gabbar Singh Tax.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) 20 December 2018
Though still drowsy, he now wants to implement what he had earlier called the Congress Party’s, “Grand Stupid Thought”.
Better late then never Narendra Ji!
उन्होंने कहा, ''नरेंद्र मोदी जी, देर आए दुरुस्त आए.''दरअसल, प्रधानमंत्री ने मंगलवार को संकेत दिया था कि आने वाले समय में 99 फीसदी वस्तुएं जीएसटी 18 फीसदी स्लैब में आ सकती हैं.
मोदी ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार 99 फीसदी वस्तुओं को 18 फीसदी के स्लैब में लाने पर काम कर रही है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी कुछ दिन पहले ही अपने एक संबोधन में संकेत दिया था कि केंद्र सरकार जीएसटी से जुड़ी कुछ वस्तुओं में छूट दे सकती है. इस छूट से आम आदमी को फायदा होगा और चुनिंदा चीजें सस्ती होंगी. पीएम मोदी ने संकेत दिए थे कि सरकार का लक्ष्य 99 फीसदी सामानों को 18 फीसदी जीएसटी स्लैब से नीचे लाने का है. अगर ऐसा होता है कि कई सामान सस्ते होंगे.
प्रधानमंत्री का ऐलान है कि 99 फीसदी सामान पर जीएसटी 18 प्रतिशत या इससे भी कम हो जाएगा. शनिवार को होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में इसे हरी झंडी दिखाई जा सकती है. छोटे कारोबारी इस फ़ैसले का स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि इससे उत्पादन और बिक्री बढ़ने की उम्मीद है.
फिलहाल जीएसटी की सबसे ऊंची 28 फीसदी दर पर सिर्फ 35 आइटम हैं. जो बचे रह जाएंगे, वे कम उपयोगिता के या विलासिता के सामान भर होंगे. मसलन, आलीशान गाड़ियां, शराब, निजी विमान, सिगरेट, पान-मसाला और तंबाकू उत्पाद जैसे सामान.तर्क यह है कि सरकारी कमाई में भले ही फौरी गिरावट हो, लेकिन बाद में फायदा मिलेगा क्योंकि उपभोग बढ़ेगा
राहुल गांधी ने अब इसी बयान को आधार बनाकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है. राहुल गांधी इससे पहले भी जीएसटी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी घेरा था. राहुल गांधी लगातार जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स ही बुलाते आए हैं. राहुल का आरोप रहा है कि केंद्र सरकार ने जिस प्रकार जीएसटी लागू किया है उससे छोटे कारोबारियों को नुकसान पहुंचा है.
विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद राहुल गांधी इन दिनों हिमाचल प्रदेश के शिमला में छुट्टियां मना रहे हैं. राहुल गांधी, अपनी बहन प्रियंका वाड्रा और उनके बच्चों के साथ घूमते हुए नजर आए थे.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकेत दिए थे, उससे काफी चीजें सस्ती होंगी. इनमें सीमेंट, एसी, डिशवाशिंग मशीन, डिजिटल कैमरा, वीडियो गेम कंसोल्स, पावर बैंक, ग्रेनाइट मार्बल, टायर, ऑटो पार्ट्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स, मॉनिटर, 68 से.मी. से बड़े टीवी और प्रोजेक्टर शामिल हैं.