जेपी नड्डा के 20 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की पूरी संभावना है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 20 जनवरी को होगी। यदि आवश्यक हुआ तो चुनाव 21 जनवरी को होगा। सूत्रों के मुताबिक, नड्डा निर्विरोध निर्वाचित होंगे।
बीजेपी ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए जारी किया कार्यक्रम के अनुसार, अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने का समय 20 जनवरी को सुबह 10 से दोपहर 12.30 तक रखा गया है।
नामांकन पत्रों की जांच उसी दिन दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे तक होगी। दोपहर 1.30 से 2.30 तक नाम वापसी का समय होगा। बीजेपी के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी राधामोहन सिंह के अनुसार, अगर किसी और का नाम आया तो 21 जनवरी को सुबह 10 बजे चुनाव होगा। लेकिन अब तक पार्टी की ओर से किसी और नेता का नाम सामने नहीं आया है, ऐसे में ये चुनाव महज औपचारिकता है। ऐसे में संभव है कि 20 जनवरी को ही जेपी नड्डा के नाम का ऐलान हो जाए। इसके बाद वह 22 जनवरी से अध्यक्ष पद संभाल सकते हैं।
राधामोहन सिंह के अनुसार, बीजेपी के चुनाव कार्यक्रम की प्रक्रिया के पहले चरण में 75 प्रतिशत बूथ समितियों का गठन हो चुका है। 50 प्रतिशत मंडल समितियों का गठन हो चुका है। उसके बाद देश में बीजेपी के संविधान के अनुसार 60 प्रतिशत जिलों में चुनाव हो चुके हैं। 21 प्रांतों के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चुनाव भी हो चुका है।
आपको बता दें कि संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही बीजेपी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है। माना जा रहा है कि जेपी नड्डा जो कि वर्तमान में बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौजूद रहने की संभावना है। जेपी नड्डा बीजेपी के 11 वें राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे।
जगत प्रकाश नड्डा को जून 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। नड्डा का पार्टी का 11वां अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। अभी गृहमंत्री अमित शाह के पास पार्टी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है। शाह के केंद्र में मंत्री बनने के बाद पार्टी की गतिविधियों को संभालने के लिए नड्डा को उनका सहयोगी बनाया गया था।
जेपी नड्डा छात्र राजनीति के समय एबीवीपी से जुड़े और संगठनों के विभिन्न पदों पर रहते हुए पहली बार 1993 में हिमाचल प्रदेश से विधायक चुने गए थे। उसके बाद वे राज्य और केंद्र में मंत्री भी रहे हैं। 58 वर्षीय नड्डा को लोकसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां चुनावों में एसपी-बीएसपी गठबंधन के बाद भी 80 में से बीजेपी ने 62 सीटें जीती हैं। तीन बार विधायक रहे नड्डा राज्यसभा में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)