अमेरिकी खुफिया सेवा 'सीक्रेट सर्विस' ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के घरों के पते पर भेजे गए विस्फोटक उपकरण पकड़े हैं. सीक्रेट सर्विस ने कहा कि उसे मैनहट्टन के उपनगर वेस्टचेस्टर में मंगलवार को क्लिंटन के घर के पते पर भेजा गया पैकेट और वाशिंगटन में बुधवार को ओबामा के घर पर भेजा गया पैकेट मिला है.
उसने एक बयान में कहा, 'नियमित डाक जांच प्रक्रिया के दौरान इन पैकेटों की तत्काल संभावित विस्फोटक उपकरण के रूप में पहचान कर ली गई और उपयुक्त तरीके से उनसे निपटा गया.' उसने कहा कि ये पैकेट ओबामा या हिलेरी में से किसी ने नहीं लिए और न ही ऐसा कोई खतरा था कि ये पैकेट सीधे उन तक पहुंच पाते.
वाइट हाउस ने इस मामले पर चिंता जाहिर की है और ओबामा, हिलेरी क्लिंटन और अन्य लोगों पर हमले की साजिश की निंदा की है. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कहा गया है कि इस तरह की आतंकी हरकतें घृणित हैं.
जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के घरों पर विस्फोटक सामग्री भेजी गई थी. ये विस्फोटक सामग्री कूरियर के जरिए भेजी गई थी. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक ये विस्फोटक सामग्री एक तकनीकी विशेषज्ञ ने पकड़ी जो हिलेरी और बिल क्लिंटन के मेल चेक करता है.
एक जांच अधिकारी के मुताबिक न्यूयॉर्क सिटी के पास के इलाके में क्लिंटन के घर पर विस्फोटक सामग्री मिली है. उन्होंने कहा कि इसी तरह की विस्फोटक सामग्री 22 अक्टूबर को अरबपति जॉर्ज सोरोज के घर पर भी मिली थी.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक न्यूयॉर्क पुलिस ने कहा है कि यह विस्फोटक सामग्री बुधवार की सुबह मिली. इस मामले की जांच की जा रही है कि इसे किसने और किस मकसद से भेजा है. पुलिस ने कहा कि संदेहास्पद विस्फोटक सामग्री की जांच में एफबीआई, सीक्रेट सर्विस और वेस्टचेस्टर काउंटी की मदद कर रहे हैं.
उधर, अमेरिकी समाचार नेटवर्क सीएनएन ने बुधवार को अपने स्क्रीन पर घोषणा की कि उसने एक संदिग्ध पैकेट मिलने के चलते अपना न्यूयॉर्क ब्यूरो खाली कर दिया है. पैकेट ठीक वैसा ही है जैसा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को भी भेजा गया था. न्यूयॉर्क पुलिस ने पुष्टि की कि संदिग्ध पैकेट की खबरों की जांच के लिए इसके अधिकारियों को टाइम वार्नर सेंटर बुलाया गया जहां अमेरिका की वित्तीय राजधानी में सीएनएन का ब्यूरो स्थित है.