सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरReuters file

लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करने वाली कांग्रेस राहुल गांधी की अगुवाई में इस बार कुल 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खाता भी खोल नहीं सकी। इसके अलावा यूपी और बिहार जैसे हिंदी पट्टी कहे जाने वाले राज्यों में महज 1-1 सीटों से संतोष करना पड़ा।

निर्वाचन आयोग की ओर से जारी रुझानों-परिणामों के मुताबिक कांग्रेस आंध्र प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, मणिपुर, नगालैंड, मिजोरम, दिल्ली, ओडिशा, सिक्किम, राजस्थान, चंडीगढ़, दागर एवं नगर हवेली, दमन एवं दीव, लक्षद्वीप में एक भी सीट नहीं जीत पाई है।

इन राज्यों में से हरियाणा में पिछली बार कांग्रेस एक सीट जीतने में सफल रही थी। पार्टी ने केरल में सबसे अधिक 14 सीटें जीती हैं। इसके बाद पार्टी ने तमिलनाडु में 8 और पंजाब में भी 8 सीटें जीतीं।

कांग्रेस सीटों की संख्या के लिहाज से दूसरे सबसे न्यूनतम स्थान पर पहुंच गई है। पिछले लोकसभा चुनाव में उसने 44 सीटें जीती थीं। इस बार भी पार्टी दोहरे अंकों में ही सिमटी रह गई।