रोहतक पुलिस ने सोमवार की रात को शराब ठेकेदार बलबीर की हत्या के आरोप में कुख्यात गैंगस्टर राकेश मोखरिया को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि राकेश कभी राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक विजेता कुश्ती खिलाड़ी रहा है. हरियाणा के मोखरा गांव का रहने वाले राकेश को एंटी-व्हीकल थेफ्ट (एवीटी) टीम द्वारा बीते वर्ष हुई बलबीर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
हिंदुस्तान टाईम्स की खबर के मुताबिक उसके सिर पर 25,000 रुपये का ईनाम भी घोषित था.
इस पहलवान ने पिछले वर्ष शराब की ठेकेदारी को लेकर हुए विवाद के बाद बलबीर की हत्या कर दी थी. पुलिस को इस हत्या के दो दिन बाद गिरफ्तार किये गए एक व्यक्ति से मोखरिया का सुराग मिला.
रोहतक के पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा ने हिंदुस्तान टाईम्स को बताया कि मोखरिया के बारे में सुराग मिलने के बाद एवीटी की टीम ने उसे झज्जर बाईपास के नजदीक से गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके कब्जे से 30 बोर की एक पिस्तौल भी बरामद की है.
गिरफ्तार होने के बाद मोखरिया ने खुलासा किया कि वह बलबीर की हत्या के बाद से राजस्थान में छिपा हुआ था और अपने गैंग के सरगना रोहताश कुमार के जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहा था. खबरों के अनुसार आरोपियों ने हत्याकांड को करने में प्रयुक्त की गई मोटरसाइकिल को जला दिया था. रोहताश की गैर-मौजूदगी में, मोखरिया ने गैंग की कमान संभाल रखी थी.
मोखरिया राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिताओं में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करता था. वर्ष 2003 में उसने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और उसी वर्ष दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हुए राष्ट्रीय खेलों में कांस्य पदक भी जीता.
लेकिन पदक जीतने के सिर्फ दो वर्ष बाद ही वह एक अपराधी बन गया. वर्ष 2005 में उसने झज्जर के रहने वाले जयप्रकाश की हत्या की जिसमें उसे छः वर्ष के कारावास की सजा सुनाई गई. हालांकि उसने जेल से बाहर आने के बाद भी अपराध का रास्ता पकड़े रखा और वर्ष 2007 में शराब ठेकेदार की हत्या कर दी.