पुणे पुलिस ने प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी आॅफ इंडिय (माओवादी) के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किये गए पांच व्यक्तियों के घर से एक बेहद चैंकाने वाला पत्र बरामद किया है. टाईम्स नाउ की खबर के मुताबिक पुलिस ने शुक्रवार, 8 जून को एक अदालत को अवगत करवाया कि इस पत्र में कथित रूप से एक और ''राजीव गांधी की तरह की एक और घटना'' के बारे में लिखा हुआ है जिससे शक होता है कि माओवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं.
गिरफ्तार किये गए पांच लोगों में दलित सामाजिक कार्यकर्ता सुधीर धवल, अधिवक्ता सुरेंद्र गाडलिंग, सामाजिक कार्यकर्ता महेश राउत और शोमा सेन और रोना बिल्सन हैं. इन पांचों को क्रमशः मुंबई, नागपुर और दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इन सभी को दिसंबर 2017 में आयोजित हुई 'एल्गर परिषद' के संबंध में गिरफ्तार किया गया है जिसके बाद ही भीमा-कोरेगांव की हिंसा फैली थी.
अभियोजक उज्जवला पवार ने अदालत को अवगत करवाया कि रोना विल्सन के दिल्ली स्थित घर से मिले एक पत्र में एम-4 राईफल और 4 लाख राउंड खरीदने के लिये करीब 8 करोड़ की आवश्यकता का जिक्र किया गया था और इसके अलावा ''राजीव गांधी की तरह की एक और घटना'' के बारे में भी लिखा था.
पवार ने पत्र कर जिक्र करते हुए कहा, ''हम राजीव गांधी की तरह के एक और घटनाक्रम के बारे में सोच रहे हैं. यह आत्मघाती लग रहा है और इस बात की पूरी संभावना है कि हम असफल हो सकते हैं लेकिन पार्टी को हमारे प्रस्ताव पर विचार करना चाहिये.''
इसके अलावा आरोपियों से बरामद किये गए अन्य दस्तावेजों में इस बात का भी जिक्र है कि एल्गर परिषद के आयोजन से पूर्व कैसे दो महीने तक तैयारियां की गई थीं. अदालत में पेश किये गए सबूतों में स्पष्ट है कि कैसे भीमा-कोरेगांव ''कार्य'' के लिये सीपीआई (माओवादी) द्वारा सुधीर को धनराशी उपलब्ध करवाई गई. पवार ने विल्सन के घर से मिली एक और चिट्ठी के बारे में अदालत को बताते हुए कहा.
पीटीआई ने आगे बताया कि, हालांकि अभियुक्तों की ओर से पेश वकीलों ने अभियोजन पक्ष द्वारा प्रस्तुत किये गए दस्तावेजों को खरिज किया और कहा कि इन्हें आरोपियों को फंसाने के लिये झूठा रखा गया है.
सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 जून तक पुलिस हिरासत में सौंप दिया गया.