एक तरफ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंर्तराष्ट्रीय मंच पर देश की छवि बनाने में लगे हुए हैं और 2019 में देश में होने वाले आम चुनावों की तैयारियों मं व्यस्त हैं वहीं दूसरी तरफ उनके दल बीजेपी के कई नेता उन्हें और पार्टी को शर्मिंका करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. ऐसे ही एक नवीनतम विवाद में पार्टी का एक विधायक, सुरेंद्र सिंह यह कहकर सुर्खियों में आया है कि वश्याएं सरकारी कर्मचारियों से कहीं अधिक बेहतर हैं.
एएनआई के अनुसार, सिंह ने यह टिप्पणीं एक सार्वजनिक समारोह के दौरान की जिसमें उन्होंने कहा, ''वेश्याएं सरकारी कर्मचारियों से बेहतर होती हैं; वे कम से कम पैसा लेकर काम तो करती हैं और साथ ही स्टेज पर नाचती भी हैं. लेकिन सरकारी अधिकारी पैसा भी ले लेते हैं और काम भी नहीं करते. इस बात की कोई गारंटी भी नहीं है कि काम पूरा किया जाएगा.''
उत्तर प्रदेश के बैरिया से बीजेपी के विधायक सज्जन सिंह ने मंगलवार को ''चेतावनी दिवस'' मनाया और इस दौरान कुछ बेहद विवादास्पद और अजीब बयान दिये.
उन्होंने रिश्वत मांगने वाले सरकारी अधिकारियों पर भी निशाना साधा और कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों की पिटाई की जानी चाहिये. उन्होंने आगे कहा, ''घूस मांगे तो घूसा दो, नहीं माने तो जूता दो.''
ऐसा कोई पहली बार नहीं है कि सिंह अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर सुर्खियों में आए हों. गोरखपुर उपचुनावों से पहले उन्होंने उन्होंने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव सिर्फ एक और चुनाव नहीं होंगे बल्कि यह ''इस्लाम और भगवान'' के बीच एक और संघर्ष होगा.
दिमाग की घंटी अजी या नहीं? हो सकता है अब बजे. सिंह वही विधायक हैं जिन्होंने पश्चिम बंबाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रावण की बहन ''सूपर्णखा'' बताया था.