एनईईटी (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) को उत्तीर्ण करने में विफल रहने पर एक 19 वर्षीय छात्र ने मंगलवार को दिल्ली के द्वारका सेक्टर 12 में एक इमारत की आठवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी.
मृतक प्रणव मेहंदीरत्ता ने एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें उन्होंने लिखा कि उन्होंने परीक्षा के नतीजों को लेकर अपने माता-पिता से झूठ बोला. प्रेस ट्रस्ट आॅफ इंडिया के अनुसार, पुलिस ने बताया कि मृृतक ने 2016 में बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद बीते दो सालों में इस परीक्षा को पास करने के प्रया किये थे लेकिन वह हर बार नाकाम रहा.
मेहंदहरत्ता ने सोमवार को नतीजे घोषित होने के बाद यह कदम उठाया. उनका खुन से लथपथ शरीर उनके आठवीं मंजिल पर स्थित मकान की बालकनी के नीचे पड़ा मिला.
इसके अलावा पुलिस को उनके कमरे के पंखे से लटका हुआ एक दुपट्टा भी मिला. पुलिस को इस घटना में कुछ भी संदिग्ध प्रतीत नहीं हो रहा है और अधिकारी जांच की प्रक्रिया में लगे हुए हैं.
इसके अलावा तमिलनाडु में भी एक लड़की ने नीट की परीक्षा में असफल रहने पर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि इस 17 वर्षीय लड़की ने कोई जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त की. एक पड़ोसी ने बताया कि वह एमबीबीएस डाॅक्टर बनने को लेकर प्रतिबद्ध थी.
उसके किसान पिता और दैनिक मजदूरी करने वाली माँ ने उसके डाॅक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिये बेहतर शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने हेतु एक निजी स्कूल में दाखिला दिलवाया. 17 वर्षीय मुतका ने 12वीं की परीक्षा में कुल 1200 अंकों में से 1125 अंक पाए थे.