सरकार ने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में जनरल बिपिन रावत के पदभार ग्रहण करने को 'ऐतिहासिक' करार दिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सैन्य मामलों का विभाग सृजित करना और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद को संस्थागत स्वरूप प्रदान करना महत्वपूर्ण सुधार हैं जो देश को आधुनिक युद्ध की चुनौतियों का मुकाबला करने में मदद करेगा। एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया सहित शीर्ष सैन्य नेतृत्व ने विश्वास व्यक्त किया कि सीडीएस के तहत सशस्त्र बल सामंजस्य के साथ काम कर सकेंगे।
विपक्षी कांग्रेस ने सीडीएस के रूप में जनरल रावत की नियुक्त पर पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी और मनीष तिवारी के अलोचनात्मक बयान से दूरी बना ली और कहा कि वह देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिये सरकार द्वारा उठाये गए किसी कदम का विरोध नहीं करती।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''आवश्यक सैन्य विशेषज्ञता के साथ सैन्य मामलों का विभाग सृजित करना और सीडीएस पद को संस्थागत स्वरूप प्रदान करना महत्वपूर्ण और समग्र सुधार हैं जिनसे हमारे देश को आधुनिक युद्ध की बदलती चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी।''
उन्होंने कहा ''15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से मैंने घोषणा की थी कि भारत का एक चीफ आफ डिफेंस स्टाफ होगा। इस पद पर हमारे सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी। यह 1.3 अरब देशवासियों की आशाओं एवं आकांक्षाओं को परिलक्षित करेगा।'' मोदी ने कहा ''मैं देश के लिये सर्वस्व न्योछावर करने वालों और सेवा करने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।''
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति भारत के लिए महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि यह सशस्त्र बलों की तीनों सेवाओं के कर्मियों के कल्याण के लिए मोदी सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों को आगे बढ़ाएगा। शाह ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है जब पहले सीडीएस की नियुक्ति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंबे समय से लंबित मांग को पूरा कर दिया।
गृह मंत्री ने कहा, ''चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ न केवल भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं के कल्याण के मोदी सरकार के प्रयासों को और बढ़ाएगा बल्कि हमारी सेना का आधुनिकीकरण करेगा और नए भारत की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।''
एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि यह महत्वपूर्ण कदम है और इसकी सफलता का दायित्व तीनों सेनाओं पर थी।
उल्लेखनीय है कि रक्षा मामलों पर मंत्रिमंडल की समिति ने सीडीएस के पद को सृजित करने की पिछले सप्ताह ही मंजूरी दी थी। इसके बाद सीडीएस नियुक्त किये गये जनरल रावत ने बुधवार को ही कार्यभार संभाला है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''सीडीएस एक नवसृजित व्यवस्था है और देश को इस पर गर्व होना चाहिये। अगर इस पर कोई राजनीति करता है तो यह निंदनीय है।''
जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस एक भ्रमित पार्टी है और उसके नेताओं के अलग अलग सुर होते हैं। उन्होंने कहा, ''कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सलाहकार उनके ट्वीट करते हैं और कांग्रेस के नेता इससे इतर कुछ और ही बोलते हैं। इससे साफ है कि कांग्रेस एक भ्रमित पार्टी है।''
कांग्रेस ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के संदर्भ में अपने दो वरिष्ठ नेताओं अधीर रंजन चौधरी और मनीष तिवारी की टिप्पणियों से वस्तुत: दूरी बनाते हुए बुधवार को कहा कि देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए किसी भी कदम का वह विरोध नहीं करती है।
पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने यह भी कहा कि अभी सीडीएस के तौर पर रावत के काम को देखना होगा और इससे पहले कुछ भी कहना ठीक नहीं है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''अगर कांग्रेस के किसी नेता ने कहा है, तो उस पर टिप्पणी नहीं करूंगी। सीडीएस का निर्णय भारत सरकार का है। हम आशा करते हैं कि वह अपने कर्तव्य का पालन करेंगे। भारत सरकार देश की सुरक्षा मजबूत करने के लिए कोई भी कदम उठाएगी, तो कांग्रेस उसका विरोध नहीं करेगी।''
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.