केंद्रीय गृह मंत्री एवं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी पर लोगों को गुमराह करने और दंगा भड़काने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, ''मैं दिल्ली की जनता से पूछना चाहता हूं ...क्या आप ऐसी सरकार चाहते हैं जो दिल्ली में दंगे करवाए ?''
बीजेपी के पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ''विपक्षी कहते हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं होते । केजरीवाल, राहुल, सोनिया गांधी जी देख लें कि बीते दिनों ही ननकाना साहिब जैसे पवित्र स्थल पर हमला करके सिख भाइयों को आतंकित करने का काम पाकिस्तान ने किया है।''
BJP President&Home Min Amit Shah: Arey Kejriwal, Sonia ji&Rahul ji open your eyes&see how day before yesterday only, Nankana Sahib Gurdwara was attacked in Pakistan. It is an answer to all those who are protesting against #CAA. Where would those Sikhs affected in the attack go? pic.twitter.com/c60034WjlZ
— ANI (@ANI) January 5, 2020
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नागरिकता संशोधन कानून लाए तो कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने इसका भी विरोध किया। मोदी जी पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता देने जा रहे हैं तो दलित विरोधी केजरीवाल, राहुल गांधी इसका विरोध कर रहे हैं।
शाह ने आरोप लगाया कि केजरीवाल, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वाड्रा ने विशेषकर जनता को गुमराह किया और दंगा भड़काने का काम किया है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी दिल्ली में चुनाव जीतेगी और सरकार बनायेगी।
BJP President & Home Minister Amit Shah in Delhi: Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Vadra instigated riots by misleading people over #CitizenshipAmendementAct pic.twitter.com/Lr4P60SB1E
— ANI (@ANI) January 5, 2020
उन्होंने जोर दिया कि बीजेपी के लिये चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है जबकि बाकी पार्टियों के लिए यह सत्ता प्राप्त करने का साधन है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि हमने कहा था कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करेंगे और नरेन्द्र मोदी जी ने अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की शुरुआत कर दी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता को झांसा सिर्फ एक बार दिया जा सकता है, बार-बार नहीं और एक बार केजरीवाल ने झांसा दे दिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी अखबारों में अपनी फोटो वाले विज्ञापन देकर बधाई देने की बजाए यह बताएं कि उन्होंने कौन सा काम पूरा कर लिया है।
शाह ने सवाल किया कि दिल्ली में 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगने थे, लेकिन नहीं लगे। अनुबंधित शिक्षकों-कर्मचारियों को पक्का करना था, वो नहीं किया। और हम जो देना चाहते थे उसमें भी केजरीवाल रुकावट बने हैं। दिल्ली की जनता अब इन्हें जान चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में 20 कॉलेज बनाने, 5000 से ज्यादा स्कूल बनाने का वादा किया था लेकिन ये वादा पूरा नहीं हुआ।
शाह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने हर पीड़ित को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया और दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे डालने का काम किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ''बीजेपी को चुनाव सभाओं से नहीं लड़ना है, बल्कि घर-घर जाकर लड़ना है। मोहल्ला मीटिंग करके लड़ना है। इस मोहल्ला मीटिंग की शुरुआत मैं ही करने जा रहा हूं और पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली में घर-घर जाकर हमारी नीतियां जनता तक पहुंचाना है।''
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.