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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर पुनर्विचार की किसी संभावना को पूरी तरह खारिज करते हुए शुक्रवार को स्पष्ट कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस मामले में अपने फैसले से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएए किसी की नागरिकता लेने नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है।

शाह ने जोधपुर के कमला नेहरू नगर में सीएए के समर्थन में पार्टी के जनजागरण अभियान की शुरुआत करते हुए एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए देशभर में सभाएं व रैलियां करेंगी। शाह ने कांग्रेस पर सीएए को लेकर दुष्प्रचार करने तथा धर्म के नाम पर देश को बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों से आए पीड़ित, सताए शरणार्थियों को नागरिकता देना उनके मानवाधिकार की रक्षा है और मोदी सरकार इसमें पीछे नहीं हटेगी।

सभा में सीएए के समर्थन में लहराए जा रहे बोर्ड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''मैं देख रहा हूं कि आप बोर्ड ऊपर करके बता रहे हैं कि इससे आपको नागरिकता मिलने वाली है। आप डरिए मत, ये सारी की सारी पार्टियां एक हो जाएं ... भारतीय जनता पार्टी सीएए में एक इंच भी वापस नहीं होने वाली। आपकी नागरिकता को कोई नहीं रोक सकता है।''

शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ''जितना भ्रम फैलाना है, फैला लो, गुमराह करना है कर लो। हम भी परिश्रम करेंगे। हम लोगों के पास जाएंगे, युवाओं के पास जाएंगे, अल्पसंख्यकों के पास जाएंगे और बताएंगे कि इसमें आपकी नागरिकता का कोई लेनदेना नहीं है।''

शाह ने कहा, ''मैं देशभर की जनता से कहना चाहता हूं, ये जो संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) है, इस कानून में कहीं पर किसी की नागरिकता लेने का प्रावधान ही नहीं है, सिर्फ नागरिकता देने का प्रावधान है।'' उन्होंने कहा, ''धर्म के आधार पर देश का बंटवारा नहीं होना चाहिए था। भारत माता के टुकड़े नहीं होने चाहिए थे। किसने किए, कांग्रेस पार्टी जवाब दे। ये फैसला कांग्रेस पार्टी ने किया था कि इस देश का धर्म के आधार पर बंटवारा होगा।''

उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान में 30 प्रतिशत अल्पसंख्यक थे जो अब तीन प्रतिशत रह गए हैं। बांग्लादेश में इनकी संख्या 30 प्रतिशत से घटकर सात प्रतिशत रह गयी है। मैं राहुल गांधी से, ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं, कहां गए ये लोग। या तो मार दिए गए, धर्म परिवर्तन करा दिया गया या फिर वे भारत आए। इनकी जो प्रताड़ना हुई, इससे बड़ा मानवाधिकार उल्लंघन कभी नहीं हुआ। कहां तो ये शरणार्थी भाई करोड़पति थे और कहां आज उनके पास रहने की जगह नहीं है। सौ सौ बीघा की खेती करने वाले आज मजदूरी कर रहे हैं।''

उन्होंने कहा, ''ये महात्मा गांधी का वादा था, क्या वो सांप्रदायिक थे? जवाहरलाल नेहरू ने भी संसद में कहा था कि जो हिन्दू या सिख आये हैं, हम उन्हें नागरिकता देंगे, यहां बसाएंगे, क्या वो सांप्रदायिक थे? सरदार पटेल, मौलाना आजाद, राजेंद्र बाबू इन सारे लोगों ने कहा था, मगर कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के डर से हिम्मत नहीं कर पाई। लेकिन 56 इंच की छाती वाले नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि ये जो लाखों करोड़ों शरणार्थी आएं हैं, इनके मानवाधिकार की रक्षा मैं करूंगा और किसी को डरने की जरूरत नहीं।''

शाह ने कहा, ''यहां जो शरणार्थी भाई बैठे हैं, उनको मैं कहने वाला हूं कि आपके अच्छे दिन आ गए हैं, आप इस देश के नागरिक बनने वाले हो।'' उन्होंने कहा, ''जो शरणार्थी अत्याचार झेलकर भारत आए हैं, जिनकी संपत्ति, रोजगार छीन लिया गया। जिनकी जमीने, जिसका परिवार छिन गया और उनके लिए विपक्षी कहते हैं कि इन्हें नागरिकता नहीं दी जाए। मैं डंके की चोट पर कहने वाला हूं कि जो शरणार्थी आए हैं वे भारत के हैं, भारत उनका है, भारत पर उनका उतना ही अधिकार है जितना मेरा है। ये नरेन्द्र मोदी का शासन है किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है।''

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देशभर में संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया है। पार्टी को यह आयोजन क्यों करना पड़ा, क्या बुरा है, क्यों इसका विरोध हो रहा है 'क्योंकि जिनको आदत पड़ गयी है वोटबैंक की राजनीति की, ये कांग्रेस पार्टी ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ दुष्प्रचार का अभियान शुरू किया है। उस दुष्प्रचार के अभियान में देश की जनता, कई युवा गुमराह हुए और इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए। तब हमने तय किया कि लोकतंत्र है, चार लोग अपने स्वार्थ के लिए भारत माता और भारत माता के सपूतों, मेरे शरणार्थी भाई बहनों के हितों के खिलाफ अगर जाते हैं तो हम भी जनता के पास जाएंगे और जनजागरण करेंगे। हम सीएए पर हमारा पक्ष रखेंगे।''

शाह ने कहा, ''आज कांग्रेस, ममता दीदी, सपा, बसपा, केजरीवाल एंड कंपनी और कम्युनिस्ट ये सारे विरोध कर रहे हैं। इन सारी पार्टियों को मैं आज चुनौती देने आया हूं। आप कहते हो कि इससे देश में अल्पसंख्यकों की नागरिकता चली जाएगी .... कानून पढ़ा है तो कहीं भी चर्चा के लिए आ जाओ।''

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''राहुल बाबा अगर आपने सीएए कानून पढ़ा है तो कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ और अगर नहीं पढ़ा है तो मैं इतालवी में इसका अनुवाद करके भेज देता हूं, उसको पढ़ लीजिये।''

उन्होंने कहा, ''आपको ममता दीदी से डरने की जरूरत नहीं है। मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि बंगाली भाषी शरणार्थी हिंदू, दलितों ने आपका क्या बिगाड़ा है, क्यों इनकी नागरिकता का विरोध कर रही हैं।'' उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे इस मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन जताने के लिए तथा ''राहुल बाबा, ममता दीदी, केजरीवाल की टोली को जवाब देने के लिए अपने मोबाइल से 88662-88662 पर मिस कॉल दें।''

उन्होंने कहा, ''कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है।'' शाह ने कहा कि सीएए पर अपने जनजागरण अभियान के तहत बीजेपी करोड़ों लोगो के घर में जाकर संशोधित नागरिकता कानून की सच्चाई बताएगी। उन्होंने कहा, ''500 से ज्यादा सभाएं करके हम लोगों को इस अभियान से जोड़ने वाले हैं। 250 से ज्यादा प्रेस वार्ताएं करके हम इस बारे में फैलाई गयी भ्रांति को दूर करेंगे।''

शाह ने कहा, ''मैं देश की जनता को अपील करने आया हूं, बहुत हो गई यह वोट बैंक की राजनीति, मोदी जी विकास के रास्ते पर आगे चलना चाहते हैं।'' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ''हमने तो कुछ नया नहीं किया है, आपके घोषणापत्र की एक धारा को उठाकर उसका अमल कर दिया है और आप विरोध कर रहे हो। यह सब बाद में करियेगा, कोटा में जो बच्चे हर रोज मर रहे हैं, उसकी एक बार चिंता कर लीजिये।''

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.