आर्थिक सुस्ती के कारण भयावह हो रही बेरोजगारी की समस्या के बीच अमेरिकी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने घाटे के बीच अपने खर्च में कटौती करने लिए भारत में अपने 56 अधिकारियों और कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया जिनमे आठ वरिष्ठ प्रबंधन स्तर के अधिकारी भी हैं। कंपनी ने सोमवार को कहा कि वह भारत में अपने कारोबार को पुनर्गठित कर रही है लेकिन वह यहां अपने कारोबार को लेकर प्रतिबद्ध है।
इसके अलावा हॉस्पिटैलिटी फर्म ओयो भारत में 1,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी कर रही है। इससे पहले खबर आई थी कि ऐक्सिस बैंक से पिछले कुछ महीने में करीब 15000 कर्मचारियों ने इस्तीफा दिया है। हालांकि मीडिया में खबर आने के बाद बैंक की तरफ से कहा गया कि वह इस साल करीब 28000 नए लोगों को हायर करेगी।
इसके अलावा होटल कंपनी ओयो भारत में 1,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है। वह भारत में अपने कारोबार को पुनर्गठित कर रही है। भारत और दक्षिण एशिया में ओयो के कर्मचारियों को भेजे आंतरिक मेल में कंपनी के संस्थापक और समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितेश अग्रवाल ने कहा कि कुछ सहयोगियों को ओयो से बाहर एक नया करियर तलाश करने के लिए कहना "आसान फैसला" नहीं है।
मेल में यह नहीं बताया गया है कि कितने लोगों की छंटनी की जा रही है। हालांकि, मामले से जुड़े सूत्रों ने 1,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की योजना की बात कही। साथ ही इसके पीछे की वजह 'जरूरत के हिसाब से कर्मचारियों को रखना' बताया गया है। अग्रवाल ने कहा कि यह 2020 के लिए नए रणनीतिक उद्देश्य का एक हिस्सा है। इसके तहत विभिन्न इकाइयों और परिचालन में टीमों को पुनर्गठन किया जाएगा।
वॉलमार्ट में छंटनी को लेकर वॉलमार्ट इंडिया के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कृष अय्यर ने बयान में कहा कि कंपनी भारत में अपने थोक खुदरा कारोबार को आगे बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध है। इस छंटनी से प्रभावित ज्यादातर लोगा कंपनी के अचल सम्पत्ति विभाग में काम कर रहे थे। यह विभाग नए नए स्टोर की जगह के प्रबंध का काम देखता है। इसे कंपनी के लिए थोक कारोबार के विस्तार में दिक्कत का संकेत माना जा रहा है।
वॉलमार्ट इंडिया के बेस्ट प्राइस स्टोर्स का मार्च 2019 तक कुल घाटा 2,180.8 करोड़ रुपये था। पिछले वित्त वर्ष में वॉलमार्ट इंडिया की बिक्री 4,095 करोड़ रुपये और शुद्ध घाटा 171.6 करोड़ रुपये था। कैश-एंड-कैरी क्षेत्र में कंपनी छोटे स्टोर्स, होटल्स और कैटरर्स को होलसेल बिक्री करती है। वॉलमार्ट ने 2018 में 16 अरब डॉलर के भारी-भरकम करार में फ्लिकार्ट को खरीदा था।
वॉलमार्ट के भारत में 28 थोक स्टोर है जहां से छोटे दुकानदारों को थोक में सामान की आपूर्ति की जाती है। सरकार ने छोटे किराना कारोबारियों के हित में विदेशी कंपनियों को बहु ब्रैंड खुदरा कारोबार में प्रवेश की छूट नहीं दी है। अय्यर ने कहा कि हमें कारोबार में दक्षता बढ़ाने के लिए अपनी कंपनी के ढांचे की समीक्षा की जरूरत है। कंपनी ने अभी जो छंटनी की है वह भारत में उसके कार्यबल का एक प्रतिशत है। अय्यर ने दूसरे दौर की छंटनी को अटकलबाजी और गलत बताया।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.