पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर दिए गए विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान से पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है, वह फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चौखट पर पहुंच गया है। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पीओके पर भारत के बयान का 'गंभीर संज्ञान' लिए जाने का आह्वान किया।
बता दें कि मंगलवार को जयशंकर ने कहा था कि एक दिन पीओके भी भारत का ही हिस्सा होगा।
#WATCH: External Affairs Minister Dr Subrahmanyam Jaishankar says, "Our position on PoK (Pakistan Occupied Kashmir) has always been and will always be very clear. PoK is part of India and we expect one day that we will have the physical jurisdiction over it." pic.twitter.com/XpK0aPspmE
— ANI (@ANI) 17 September 2019
इसपर पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करते हुए कहा कि भारत से इस तरह के 'गैर जिम्मेदाराना और उग्र' बयानों से तनाव और बढ़ेगा और इन बयानों से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा होगा। मंगलवार को जयशंकर ने पाकिस्तान और पीओके पर बात की थी। उन्होंने साफ कहा था कि आतंकवाद रोके बिना पाक से बात नहीं की जाएगी।
आगे जम्मू-कश्मीर से आर्टकिल 370 हटाने को आतंरिक मुद्दा बताते हुए जयशंकर ने कहा, 'पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) हमारा है और हमें उम्मीद है कि वह भारत का हिस्सा होगा।'
जयशंकर के बयान पर पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, 'हम पाकिस्तान और पीओके के बारे में भारतीय विदेश मंत्री द्वारा दिए गए भड़काऊ और गैरजिम्मेदाराना बयानों की कड़ी निंदा करते हैं और इन्हें खारिज करते हैं।'
बयान में कहा गया कि पाकिस्तान शांति के लिए खड़ा है लेकिन किसी भी तरह की आक्रामकता का कड़ा जवाब देने के लिए तैयार रहेगा।
इससे पहले मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद जयशंकर ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत 'पड़ोस प्रथम' की नीति को आगे बढ़ा रहा है लेकिन उसके समक्ष एक पड़ोसी की 'अलग तरह की चुनौती' है और यह तब तक चुनौती रहेगी जब तक वह सामान्य व्यवहार नहीं करता और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।