पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के झांसे में आकर सैन्य सूचनाएं लीक करने के आरोप में पुलिस ने दो सैन्यकर्मियों को गिरफ्तार किया है। खुफिया विभाग के सूत्रों ने बताया कि सीआईडी इंटेलिजेंस ने आईएसआई की महिला एजेंट के झांसे में आकर खुफिया जानकारियों को लीक के आरोप में पोकरण में तैनात सैन्यकर्मी विचित्र बेहरा और रवि वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद विचित्र बेहरा को पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
Rajasthan: An Army personnel Vichitra Behera, sent to 5-day remand to Rajasthan Intelligence Police by a Jaipur court for allegedly sharing secret information with a suspected Pakistani ISI agent over social media. He was arrested by the state police, yesterday.
— ANI (@ANI) 7 November 2019
बताया जा रहा है कि विचित्र बेहरा की गतिविधियों को संदिग्ध पाए जाने के बाद से ही खुफिया एजेंसियां उसकी निगरानी कर रही थीं। इस दौरान जानकारी में आया कि विचित्र बेहरा पाकिस्तानी एजेंट से फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए बातचीत करता है। इसके अलावा सैन्यकर्मी रवि वर्मा के भी इस महिला से जुड़े होने की बात सामने आई। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, ये दोनों सैन्यकर्मी सीरत नाम की महिला एजेंट से बातचीत कर रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि बताया कि खुफिया निगरानी में विचित्र बेहरा के सूचनाओं के एवज में पाकिस्तानी एजेंट से धनराशि मांगने तथा वांछित राशि अपने बैंक खाते में हस्तांतरित कराने का पता चला। पूछताछ के दौरान विचित्र ने बताया कि महिला एजेंट ने फेसबुक के माध्यम से लगभग दो वर्ष पूर्व दोस्ती की थी।
बेहरा ने पूछताछ में बताया कि महिला ने पहले उनसे फेसबुक और फिर व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए बातचीत की थी। उन्होंने यह भी कहा कि कॉल के दौरान यह महिला अंतरंग बातों में उलझाकर सैन्य जानकारी प्राप्त करती थी। अधिकारियों ने बताया कि खुफिया जानकारी को साझा करने और इसके एवज में पैसे लेने की बात की पुष्टि होने के बाद विचित्र बेहरा और रवि वर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार, गृह मंत्रालय ने अक्टूबर महीने के अंत में ही एक अडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट भारतीय सैन्यकर्मियों को हनीट्रैप में फंसाकर खुफिया जानकारियों को हासिल करने का प्रयास कर सकते हैं। इस अडवाइजरी के कुछ दिनों बाद ही दोनों सैन्यकर्मियों को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.