भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, वर्तमान विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने सोमवार को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपने इस कदम के लिए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय आलाकमान को जिम्मेदार ठहराया.
घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि वह कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों से अच्छे लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करेंगे. इसके अलावा उन्होंने अपनी नई पार्टी भारत वाहिनी पार्टी की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के 15 से ज्यादा वर्तमान विधायक अभी उनके संपर्क में हैं जिन्हे अगले विधानसभा चुनाव में उनकी भारत वाहिनी पार्टी से चुनावी समर में उतारा जा सकता है.
पहले जनसंघ और फिर बीजेपी से जुड़े रहे तिवारी ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में आगामी विधानसभा चुनाव "भारत वाहिनी पार्टी "के चुनाव चिन्ह पर लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर पार्टी के प्रत्याशी खड़े किए जाएंगे. चुनाव से करीब 5 माह पहले दिग्गज नेता तिवारी के पार्टी छोड़ने से बीजेपी की चुनावी तैयारियों को झटका लग सकता है.
Rajasthan: Rebel BJP MLA and former state minister Ghanshyam Tiwari resigns from BJP, announces new party pic.twitter.com/MJyn2fWVn4
— ANI (@ANI) June 25, 2018
वसुंधरा राजे को लेकर तिवारी पिछले काफी समय से आक्रामक तेवर अपनाए हुए थे. विधानसभा सत्र के दौरान और बाहर उन्होंने कई बार वसुंधरा राजे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और वसुंधरा राजे द्वारा सरकारी बंगलों के उपयोग को लेकर भी उन्होंने कई बार सार्वजिनक रूप से बयानबाजी की.