उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक दंपती के मकान पर कुछ लोगों जबरन कब्जा कर लिया था। इस मामले में पुलिस की ओर से कोई सुनवाई न किए जाने से दुखी दंपती ने बुधवार की सुबह सुरीर कोतवाली परिसर में अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में खुद पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा ली। उनकी हालत गंभीर है।
इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए एसएसपी शलभ माथुर ने सब इंस्पेक्टर दीपक नागर के साथ ही सुरीर थाने के इंस्पेक्टर अनूप सरोज और सब इंस्पेक्टर सुनील सिंह को भी सस्पेंड कर दिया।
भट्टे पर मजदूरी करने वाले पीड़ित दंपती जोगेंद्र और उसकी पत्नी चंद्रवती ने बताया कि कुछ दिन पहले पड़ोस में रहने वाले बबलू, सुम्मो, सतपाल और थानसिंह ने उनके मकान पर जबरन कब्जा कर लिया। उन्होंने इस बारे में पुलिस से गुहार लगाई लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
दंपती ने बताया कि पुलिस में शिकायत करने पर कब्जाधारी उनसे रोजाना मारपीट करते थे तथा जान से मार देने की धमकी देते थे। उन्होंने कहा कि और कोई रास्ता न सूझने पर उन्होंने थाना परिसर में आत्मदाह करने का प्रयास किया।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि पीड़ित दंपती ने जिस पुलिस उप निरीक्षक दीपक नागर पर उनकी सुनवाई न किए जाने का आरोप लगाया है, उसे निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ जांच कराई जाएगी। साथ ही दो और पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि दंपती ने 23 अगस्त को नामजद शिकायत की थी तथा इस मामले में पीड़ित दंपती का मेडिकल जांच भी कराया गया था।
एसएसपी ने कहा कि मेडिकल के बाद भी उपलब्ध तथ्यों के आधार पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई, यह भी जांच का विषय है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है, जो आरोपियों की तलाश कर रही है। गंभीर रूप से जल चुके पति-पत्नी को जिला अस्पताल ले जाया गया है।
एसएसपी के अनुसार पीड़ित दंपती को अब एक प्राइवेट मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ले जाया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो उन्हें उससे भी बेहतर अस्पताल में ले जाकर उनका इलाज कराया जाएगा।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।