रोजगार के मोर्चे पर घिरी सरकार के लिए राहत भरी खबर आई है। जनवरी और मार्च के बीच शहरी बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। रॉयटर्स ने अब तक सार्वजनिक नहीं हुई सरकारी रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि जनवरी-मार्च के बीच में शहरी बेरोजगारी दर गिरकर 9.3 फीसदी पर पहुंच गई है।
शहरी बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर (2018) तिमाही में करीब 9.9 फीसदी थी। रॉयटर्स के मुताबिक, यह सरकारी रिपोर्ट बहुत जल्द प्रकाशित होने वाली है। हालांकि इसमें ग्रामीण बेरोजगारी दर को लेकर किसी तरह की जानकारी नहीं है।
यह रिपोर्ट 'करंट विकली स्टेटस' को आधार मानकर तैयार की गई है। इस नियम के तहत एक शख्स उस सप्ताह में बेरोजगार माना जाता है, जिस सप्ताह में वह एक घंटे के लिए भी काम नहीं करता है या काम नहीं मिलता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, युवा बेरोजगारी दर में भी गिरावट आई है। 15-29 साल के युवा जो देश की कुल आबादी में एक तिहाई हैं, उनकी बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च तिमाही में गिरकर 22.5 फीसदी रही। अक्टूबर-दिसंबर (2018) तिमाही में यह दर 23.7 फीसदी थी।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी रॉयटर्स द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.