मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद और मालेगांव बम विस्फोट मामले की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में सदस्य नामित किया गया है। 21 अक्टूबर को जारी सरकारी अधिसूचना के अनुसार, 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति का नेतृत्व केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं।
2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर अभी जमानत पर बाहर हैं। ठाकुर के खराब स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जमानत दी गई थी।
प्रज्ञा ठाकुर पहली बार सांसद बनी हैं और मध्य प्रदेश के भोपाल से चुनी गईं। लोकसभा चुनाव में ठाकुर ने दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह को 3.6 लाख से अधिक वोटों से हराया था। 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति में विपक्षी नेताओं फारूक अब्दुल्ला, टीएमसी के सौगात रॉय, डीएमके के ए राजा और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के नाम भी शामिल हैं।
साध्वी प्रज्ञा सिंह को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में शामिल किए जाने पर विपक्षी कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने इसे देश के जवानों का अपमान बताया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि आतंकवाद फैलाने की आरोपी को डिफेंस पैनल में शामिल करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने पीएम मोदी के उस बयान पर भी तंज कसा कि वह साध्वी प्रज्ञा को कभी 'दिल से माफ' नहीं कर पाएंगे और लिखा कि मोदी है तो मुमकिन है।
सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'यह देश का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि आतंक फैलाने का आरोप झेल रही सांसद को सुरक्षा संबंधी कमिटी का सदस्य बना दिया। मोदी जी इन्हें 'मन से माफ नही कर पाए', लेकिन देश की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जिम्मेदारी दे दी। इसीलिए तो मोदी है तो मुमकिन है।'
कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से भी इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा गया है। साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में शामिल किए जाने को पार्टी ने उन वीर जवानों का अपमान करार दिया है जो आतंकवादियों से देश को सुरक्षित रखते हैं। पीएम पर तंज कसते हुए कांग्रेस ने कहा कि आखिरकार उन्होंने प्रज्ञा को दिल से माफ कर ही दिया।
साध्वी प्रज्ञा अक्सर अपने आपत्तिजनक बयानों की वजह से सुर्खियों में रहती हैं। उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए मुंबई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे के बारे में भी लोकसभा चुनाव के दौरान आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि करकरे को उन्होंने शाप दिया था कि तुम्हारा सर्वनाश होगा।
कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने प्रज्ञा के इस बयान को शहीदों का अपमान बताया था। इतना ही नहीं, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से को देशभक्त बताया था। उनके इस बयान पर भी विवाद हुआ था और पीएम मोदी को कहना पड़ा था कि वह प्रज्ञा को कभी दिल से माफ नहीं करेंगे।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौत पर भी प्रज्ञा ठाकुर ने विवादित बयान दिया था। ठाकुर ने दावा किया था कि बीजेपी नेताओं पर विपक्षी दल के सदस्य मारक शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया था कि एक संन्यासी ने उनसे ऐसा कहा है कि बीजेपी नेताओं की असमय मृत्यु का कारण विपक्षी दलों द्वारा मारक शक्ति का प्रयोग है।
(विभिन्न वायर्स के इनपुट के साथ)