फ्लोरिडा की रहने वाली केटी होली ने उन 9 दिनों के अपने जीवन का अनुभव साझा किया जब उन्हें पता था कि उनके कान में एक जीवित काॅकरोच है.
बीते साल केटी अपने पति के साथ रहने नए मकान में आई थीं और वहां पर तिलचट्टों की मौजूदगी को छोड़कर बाकी सबकुछ बहुत बढ़िया था. उन्होंने भी अन्य लोगों की तरह स्थानीय दवा छिड़कने वालो को बुलवाकर घर में काॅकरोच मारने वाली दवा छिड़कवाने का फैसला किया.
इसके बाद केटी यह सोचकर खुश हुईं कि चलो इन कीटों से छुटकारा मिला लेकिन उन्हें शायद सपने में भी इस बात का गुमान नहीं था कि जल्द ही उनका इनमें से एक कीड़े से बहुत नजदीकी मुकाबला होगा.
पिछले महीने जब केटी सोकर जागीं तो उन्हें लगा कि उनके बाएं कान में कुछ गड़बड़ है. केटी ने सेल्फ.काॅम के लिये लिखा, ''मैं झटके से घबराई हुई अपने पलंग से उठी और लड़खड़ाते हुए बाथरूम में पहुंची. मुझे महसूस हो रहा था कि मेरे कान में कुछ ठीक नहीं है इसलिये मैंने रुई का एक फाया उठाकर अपने काम में आराम से घुसाया और मुझे कुछ हिलता हुआ सा प्रतीत हुआ. जब मैंने रुई के फाये को बाहर निकाला तो मुझे उसपर गहरे भूरे रंग के दो बेहद पतले टुकड़े फंसे हुए दिखाई दिये. मैं कुछ देर तक तो समझ ही नहीं पाई कि यह क्या है और फिर समझी कि ये तो पैर हैं, किसी कीड़े के पैर. मुझे लगा कि ये सिर्फ मेेरे ईयर कैनाल को खाने वाले कनखजूरे के पैर हो सकते हैं.''
इस बात का पता चलने पर युगल तुरंत डाॅक्टर के पास गया जिन्होंने आराम देने और कीट को मारने के लिये केटी को लिडोकेन नामक दवा देने का फैसला किया. लेकिन दुर्भाग्यवश जैसे ही डाॅक्टर ने उनके कान में दवा डाली काॅकरोच ने प्रतिक्रिया करनी शुरू कर दी.
उन्होंने आगे लिखा, ''अपने शरीर के बेहद संवेदनशील हिस्से में एक काॅकरोच के हिलने-डुलने से मौत के गले लगने का कैसा डर लगता है मैं इस अनुभव को अच्छे से जानती हूं और किसी को बता नहीं सकती हूं.''
केटी की मुसीबतों को बढ़ाते हुए डाॅक्टर पूरे कीट को बाहर निकालने में असफल रहे. नौ दिन बाद होली एक स्थानीय फिजीशियन के पास गईं जिन्होंने उनके कान से काॅकरोच के 6 और टुकड़े निकाले और उसके बाद कीट के कंकाल को उनके कान से पूरी तरह बाहर निकालना सुनिश्चित करने के लिये एक ईएनटी विशेषज्ञ के साथ अपाइटमेंट भी बुक की.
केटी उस समय और अधिक डर गईं जब ईएनटी विशेषज्ञ ने उनके कान से कीट का पूरा सर, ऊपरी धड़, अतिरिक्त पैर और एंटीना बाहर निकाले.
उन्होंने लिखा, ''मैं इस बारे में सोचना नहीं बंद कर पाती कि एक काॅकरोच पूरे एक सप्ताह तक मेरे कान में बैठा रहा और इस दौरान मेरे भीतर कितना संक्रमण विकसित हो सकता था. मैं काफी भाग्यशाली हूं कि मेरे चिकित्सक ने एक बार फिर मेरा कान देखने का फैसला लिया और उसमें फंसे बाकी टुकड़ों को निकालने की जहमत उठाई.''
इस घटना के बाद युगल ने एक बार फिर अपने घर में कीट नियंत्रण की दवा छिड़कवाई और अब केटी तो बिना ईयरप्लग्स लगाए सोने की सोच भी नही सकतीं.