कोलकाता पुलिस ने ब्लैकमेल करने के आरोप में रसूखदार व्यापारी घरानों के दो व्यक्तियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 182 महिलाओं के अंतरंग क्षणों के वीडियो टेप बरामद किए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि व्यापारी घरानों के दो व्यक्तियों ने कथित तौर पर सात साल तक महिलाओं के वीडियो टेप बनाए थे.
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किया गया तीसरा व्यक्ति उनमें से एक के लिए काम करता था और वह किसी संभावित पीड़िता को फोन कर उसका वीडियो इंटरनेट पर डालने की धमकी देने के बहाने ब्लैकमेल कर पैसे मांगता था.
अधिकारी ने कहा कि आरोपी अनीश लोहारूका का ताल्लुक ऐसे परिवार से है जिसके पास कई होटल हैं जबकि उसके दोस्त आदित्य अग्रवाल के परिवार के पास वस्त्रों की मशहूर दुकानों की चैन है. इन दोनों ने 2013 से वीडियो टेप बनाने शुरू किए थे.
अधिकारी ने कहा, ''पहले वे किसी महिला से दोस्ती करते. फिर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाते थे. उन्होंने अंतरंग क्षणों के चित्र और वीडियो बनाकर कंप्यूटर में रखा. कुछ समय बाद वे महिला से संबंध तोड़ देते थे. उनका मुख्य मकसद उन महिलाओं से पैसे ऐंठना था.''
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पिछले साल नवंबर में एक महिला द्वारा कोलकाता पुलिस की साइबर अपराध शाखा में दर्ज कराई गई एक शिकायत की जांच के दौरान पुलिस ने दस जनवरी को कैलाश यादव नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जिसपर शिकायतकर्ता को कॉल कर ब्लैकमेल करने का आरोप था.
पूछताछ के दौरान यादव ने लोहारूका और अग्रवाल के नाम बताए. लोहारूका और अग्रवाल नहीं चाहते थे कि उनका नाम सामने आए इसलिए उन्होंने फोन कॉल के जरिये ब्लैकमेल करने का काम यादव को सौंपा था.
पुलिस ने अभी तक 182 महिलाओं के अंतरंग क्षणों के वीडियो टेप जब्त किए हैं जो आरोपियों ने पिछले सात सालों में बनाए थे. अधिकारी ने कहा, ''हमें पीड़िता को भेजे गए कई संदेश यादव के मोबाइल में मिले. हमने कॉल रिकॉर्ड भी खंगाले हैं.''
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने कैलाश को पांच लाख रुपये दिए. जब उसने दस लाख और मांगे तब उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. एक स्थानीय अदालत में पेश किए जाने से पहले उन्हें छह फरवरी तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया है.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.