महाराष्ट्र के वर्धा में सेना के हथियार डिपो में बड़ा धमाका हो गया है. धमाके में 4 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग लोग घायल हो गए हैं. वर्धा के पुलगांव डिपो में खमरिया हथियार डिपो के स्टाफ पुराने और बेकार विस्फोटकों को हटा रहे थे. इसी दौरान धमाका हो गया.
विस्फोट की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई. घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया. हादसा पुराना विस्फोटक नष्ट करने के दौरान हुआ है. बताया जा रहा है कि जबलपुर के खमरिया आर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी वर्धा के पुलगांव बम डेमोलिशन रेंज में पुरानी विस्फोटक सामग्री नष्ट करने आए थे.
While carrying out demolition of old explosives by the staff of Ordnance factory Khamaria,Jabalpur at the demolition land in Pulgaon there was an accident. In the incident 3 labourers & 1 staff of ordnance lost lives: BB Pande, Defence PRO Nagpur on Pulgaon explosion #Maharashtra
— ANI (@ANI) November 20, 2018
विस्फोट सुबह करीब सात बजे हुआ है. पीटीआई ने वर्धा के एएसपी निखिल पिंगले के हवाले से लिखा है कि हादसे के वक्त मौके पर करीब 10 से 15 मजदूर मौजूद थे. उन्होंने बताया, 'हादसा खुली जगह पर हुआ है. विस्फोटक उतारते हुए विस्फोटक से भरे एक बक्से में विस्फोट हुआ.'
मृतकों में आयुध डिपो का कर्मचारी और मजदूर शामिल हैं. जख्मी लोगों को सवांगी गांव में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अधिकारी ने बताया कि पुलगांव स्थित केन्द्रीय आयुध डिपो का डिमोलिशन ग्राउंड इस (डिमोलिशन) कार्य के लिए खमरिया स्थित आयुध फैक्टरी को दिया गया है.
वर्धा से करीब 18 किलोमीटर दूर इस डिपो में पुराने विस्फोटकों को नष्ट करने का काम किया जाता है. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि कहीं न कहीं इसमें प्रशासन की लापरवाही नजर आ रही है. विस्फोटक पर केमिकल डालकर उसे ठंडा रखने की.कोशिश की जा रही है. मौके पर पहुंचे अधिकारी व बचाव दल से जुड़े लोग हालात का जायजा ले रहे हैं. जख्मी लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
बता दें, साल 2016 में पुलगांव में ही भीषण आग लगी थी, इसमें दो अधिकारियों सहित सेना के 16 जवानों की मौत हो गई थी.