महंगे फोन और सॉफ्टवेयर बनाने वाली अमेरिका की प्रौद्योगिकी कंपनी ऐपल ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय ग्राहकों को वैश्विक मानकों के अनुरूप ऑनलाइन और दुकानों के जरिये बेहतर अनुभव कराने को लेकर उत्साहित है। कंपनी की भारत में अपनी पहली खुदरा दुकान खोलने की योजना है। सरकार के बुधवार को एकल खुदरा ब्रांड के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नियम आसान बनाए जाने के बाद ऐपल ने यह बात कही है।
संशोधित नियमों के तहत एकल ब्रांड खुदरा कारोबारियों के लिए स्थानीय स्तर पर खरीद नियमों में लचीलापन लाया गया है और कंपनियों के लिए ऑनलाइन खुदरा कारोबार शुरू करने से पहले अनिवार्य रूप से खुदरा दुकान खोलने के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है। इस पहल का स्वागत करते हुए ऐपल ने ई-मेल के जरिये भेजे बयान में कहा कि वह भारत में ऐपल की पहली दुकान पर ग्राहकों का स्वागत करने के लिए उत्सुक है। हालांकि, कंपनी ने अपनी योजना के लिए कोई समय-सीमा नहीं बताई।
ऐपल को महंगे स्मार्टफोन श्रेणी में वन प्लस और सैमसंग जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। बयान के अनुसार, 'हम भारतीय ग्राहकों का ऑनलाइन और अपनी दुकान पर स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। भारतीय ग्राहकों को वैसा ही अनुभव मिलेगा जैसा कि दुनिया के अन्य देश में ऐपल के ग्राहकों को मिलता है। हमारी योजनाओं को अमल में लाने में कुछ समय लगेगा और आने वाले समय में हम इस तरह की और घोषणा करेंगे।'
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ऐपल भारतीय ग्राहकों को सबसे पहले ऑनलाइन स्टोर के जरिये आईफोन की बिक्री शुरू करेगी और उसके बाद दुकान खोली जाएगी। मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का संगठन इंडिया सेल्यूलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) ने कहा कि एकल खुदरा ब्रांड में एफडीआई नियमों को उदार बनाने से घरेलू मोबाइल हैंडसेट खुदरा बाजार वैश्विक मानकों के अनुरूप होने की उम्मीद है, क्योंकि इससे ऐपल, वन प्लस और ओप्पो जैसे ब्रांड देश में अपनी दुकानें खोल सकते हैं।
फिलहाल ऐपल और कुछ अन्य कंपनियां भारतीय बाजार में फ्रेंचाइजी खुदरा दुकानों के अलावा, फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन जैसी ई-वाणिज्य कंपनियों जरिये अपना माल बेचती हैं।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।