केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वीजा शर्तों का उल्लंघन कर तबलीगी जमात की गतिविधियों में शामिल होने के कारण बृहस्पतिवार को 960 विदेशियों के नाम काली सूची में डाल दिए और उनके वीजा को रद्द कर दिया। गृह मंत्रालय के कार्यालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के पुलिस प्रमुखों को विदेशी कानून और आपदा प्रबंधन कानून के तहत कानूनी कार्रवाई करने को कहा है , जहां पर ये विदेशी फिलहाल रह रहे हैं।
सरकार द्वारा यह निर्णय पिछले महीने राजधानी दिल्ली की निजामुद्दीन दरगाह में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल 550 लोगों के जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद लिया गया है।
गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ''गृह मंत्रालय द्वारा पर्यटक वीजा पर तबलीगी जमात गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है।''
इनके पर्यटक वीजा रद्द करने के बाद, सरकार अब इन सबके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करते हुए उन्हें वापस उनके संबंधित देश भेज देगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में तीन वायरस प्रभावित देशों - अमेरिका, इटली और फ्रांस से आये 1,300 से अधिक विदेशियों की पहचान कर ली गई है।
वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद जमात के विदेशी सदस्यों में 379 इंडोनेशियाई, 110 बांग्लादेशी, 63 म्यामां के और 33 श्रीलंकाई नागरिक शामिल हैं। इनमें से कुछ के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि तबलीगी जमात के जिन प्रतिनिधियों के नाम काली सूची में डाले गए हैं उनमें 77 किर्गिस्तानी, 75 मलेशियाई, 65 थाई, 12 वियतनामी, सऊदी अरब के नौ और फ्रांस के तीन नागरिक शामिल हैं और उनके वीजा रद्द कर दिए गए हैं।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, तबलीगी जमात के ब्लैक लिस्टेड कार्यकर्ताओं के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत वीजा का दुरुपयोग करने के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। भारतीय कानूनों के अनुसार, पर्यटक वीजा पर देश की यात्रा करने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति नहीं है। इन ब्लैक लिस्टेड जमात सदस्यों को भी आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ेगा।
इसके अलावा, भारत सरकार ने तबलीगी जमात से जुड़े किसी भी विदेशी नागरिक को पर्यटक वीजा नहीं देने का फैसला किया है। अब तक, सभी 960 ब्लैक लिस्टेड व्यक्ति या तो क्वारंटाइन में या अस्पतालों में हैं। इलाज के बाद इन्हे विभिन्न राज्यों में हिरासत केंद्रों में रखा जाएगा और इसके बाद उनके मूल देशों को प्रक्रिया के अनुसार सूचित किया जाएगा।
इस बीच, विदेश मंत्रालय उन सभी 67 देशों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, जिन देशों से सभी जमाती सम्बंधित हैं और इन्हें वापस इनके देश भेजे जाने की योजना बनाई जा रही है।
तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों के खिलाफ यह कार्रवाई उस वक्त की गई जब दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित इस्लामी संगठन के मुख्यालय में 250 विदेशी सदस्यों समेत 2,300 कार्यकर्ता कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के मद्देनजर लागू 21 दिन के लॉकडाउन के बावजूद यहां ठहरे पाए गए। तबलीगी जमात के 300 से ज्यादा प्रतिनिधि कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए गए जबकि अन्य को विभिन्न पृथक केंद्रों में रखा गया है।
निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुई एक धार्मिक सभा में कम से कम 9,000 लोगों ने हिस्सा लिया था जिसके बाद इनमें से कई ने धर्म प्रचार कार्य के लिए देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा की। देश में अब तक कोविड-19 के 400 मरीज और 12 मौतें ऐसी हुई हैं जिनका संबंध निजामुद्दीन मरकज से है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)