देश में अलग अलग राज्यों में चार सीटों पर हुए उपचुनाव के शुक्रवार को घोषित परिणामों में भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की वहीं केरल में वामपंथी गठबंधन एलडीएफ ने एक सीट पर जीत दर्ज की तथा कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में विजय प्राप्त की।
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर विधानसभा सीट पर हुये उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार युवराज सिंह ने समाजवादी पार्टी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मनोज कुमार प्रजापति को 17 हजार 846 मतों से हरा दिया है।
त्रिपुरा में बधरघाट (अजा) विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार मिमी मजूमदार ने अपनी निकटवर्ती प्रतिद्वंद्वी माकपा उम्मीदवार बुल्टी बिस्वास को 5,276 मतों के अंतर से हराया।
केरल में पाला विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में एलडीएफ उम्मीदवार मणि सी कप्पेन ने यूडीएफ के जोस टॉम पुलिक्कुनेल को नजदीकी मुकाबले में हरा दिया।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भाजपा को 11 हजार से अधिक मतों से पराजित कर भगवा पार्टी से यह सीट छीन ली है ।
उत्तर प्रदेश की हमीरपुर सीट पहले से भाजपा के खाते में थी। बहुजन समाज पार्टी तीसरे स्थान पर जबकि कांग्रेस चौथे स्थान पर रही । इस सीट पर 23 सितंबर को मतदान हुआ था और 51 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा को 74 हजार 374 वोट जबकि सपा को 56 हजार 528 वोट मिले । बसपा के नौशाद अली को 28 हजार 790 वोट प्राप्त हुए।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल को हत्या के एक मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद अयोग्य घोषित किया गया। इस वजह से उपचुनाव कराने की आवश्यकता हुई थी।
त्रिपुरा की बधरघाट सीट अप्रैल में भाजपा विधायक दिलीप सरकार के निधन के कारण यह सीट रिक्त हुई थी। उपचुनाव 23 सितंबर को हुआ था। भाजपा उम्मीदवार को 20,487 वोट मिले जबकि माकपा उम्मीदवार को 15,211 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार को 9105 मत मिले।
विधानसभा चुनाव की तुलना में भाजपा और माकपा दोनों के उम्मीदवार को कम वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार को उस वक्त 28561 वोट मिले थे, जबकि वाम दल को 23,113 मत मिले थे । कांग्रेस के रतन दास पिछले विधानसभा चुनाव में बधरघाट से चुनाव लड़े थे और उन्हें महज 505 वोट मिले थे। इस बार उन्हें 9105 वोट मिले।
छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा के जिले के निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस की देवती कर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की ओजस्वी मंडावी को 11192 मतों से पराजित किया है। उन्होंने बताया कि इस उपचुनाव में कांग्रेस को 50028 मत जबकि भाजपा को 38836 मत प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि तीसरे स्थान पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के भीमसेन मंडावी रहे हैं और उन्हें 7664 मत प्राप्त मिले हैं।
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी उसके बाद से यह सीट रिक्त थी। इस विधानसभा सीट के लिए इस महीने की 23 तारीख को मतदान हुआ था। जिसमें क्षेत्र के 60.59 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
केरल की पाला सीट पारंपरिक रूप से कांग्रेस नीत यूडीएफ का गढ़ रही है। पूर्व वित्त मंत्री एवं केरल कांग्रेस (एम) के नेता केएम मणि के अप्रैल में निधन के चलते यहां उपचुनाव की जरूरत पड़ी। मणि ने पांच दशक तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया।
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद यह जीत एलडीएफ के लिए एक बड़ी राहत है। इस उपचुनाव को यूडीएफ और भाजपा नीत राजग के लिए परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा था। इस सीट पर जीत से 21 अक्टूबर को पांच और विधानसभा क्षेत्रों के होने वाले उपचुनावों में उस गठबंधन की संभावना बेहतर हो जाती।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।