शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला और कहा कि भगवा दल अब अल्पमत में सिमट गया है. उनका यह बयान महाराष्ट्र के पालघर में हुए लोकसभा उपचुनाव में शिवसेना की बीजेपी के हाथों हुई हार के एक दिन बाद आया है.
इसके अलावा ठाकरे ने यह बयान बीते तीन महीनों में बीजेपी को मिली करारी हारों के परिप्रेक्ष्य में भी देखा जा रहा है जहां उसे क्षेत्रीय दलों के हाथों फूलपुर, गोरखपुर और कैराना लोकसभा क्षेत्रों के हुए उपचुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा था.
गुरुवार, 31 मई को सामने आए चुनावी नतीजों में उत्तर प्रदेश के कैराना में राष्ट्रीय लोकदल की तबस्सुम हसन ने 40,000 से अधिक मतों से जीत दर्ज की.
इसके अलावा बीजेपी दो अन्य लोकसभा क्षेत्रों - महाराष्ट्र में भंडारा-गोंदिया संसदीय निर्वाचन क्षेत्र और नागालैंड लोकसभा सीट पर अपना वर्चस्व जताने में असफल रही. इस हार के बाद 545 सदस्यों वाले संसद के निचले सदन में बीजेपी के पास 273 सदस्य हैं जो बहुमत के आंकड़े से सिर्फ एक अधिक है.
एनडीटीवी ने ठाकरे के हवाले से कहा, ''2014 में जब बीजेपी सत्ता में आई थी, हमें लगा था कि यह सरकार कम से कम 25 सालों तक रहेगी. लेकिन चार सालों बाद वे अधिकांश उप-चुनाव हार रहे हैं, जिसके चलते अब वे अल्पमत में आ गए हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''मैं इस हार को स्वीकार नहीं करता क्योंकि बीजेपी ने जीतने के लिये 'साम, दाम, दंड भेद' सबका इस्तेमाल किया.''
कैराना उप-चुनावों के प्रचार के दौरान, बीजेपी और शिवसेना बीजेपी सांसद चिंतामन वगाना के बेटे, जिन्हें शिवसेना ने पालघर उपचुनावों में अपना प्रत्याशी बनाया, को लेकर शब्दों की जंग में उलझे रहे.
एक तरफ जहां बीजेपी ने शिवसैनिकों को ''पीठ में छुरा घोंपने वाला'' बताया वहीं शिवसेना ने भगवा दल को ऐसा ''पागल हत्यारा'' कहा जो ''अपने रास्ते में आने वाले हर किसी को निबटाती आ रही है'' कहा.
ऐसा माना जा रहा है कि पालघर उपचुनाव में हुई हार के बाद दोनों दलों की रार और अधिक बढ़ेगी.