हैदराबाद में शनिवार, 26 मई की रात एक और व्यक्ति जनता के गुस्से का शिकार होकर अपनी जान से हाथ धो बैठा जब गुस्साई भीड़ ने एक किन्नर को बच्चा उठाने वाले गिरोह का सदस्य समझकर पीट-पीटकर मार डाला. इस व्यक्ति पह हमले के पीछ का प्रमुख कारण वायरल हुए एक फर्जी व्हाट्एप्प संदेश को माजा रहा है जिसमें कहा गया था कि डकैतों का एक गिरोह हैदराबाद में बच्चों का अपहरण करने के इरादे से घुस आया है.
यह घटना पुराने शहर के चंद्रयानगुट्टा क्षेत्र में हुई.
मुतक किन्नर, जिसकी पहचान 52 वर्षीय चंद्रैया के रूप में हुई है अपने 25 वर्षीय किन्नर बेटे रवि और एक अन्य मित्र नरसिम्हन के साथ हैदराबाद में रमजान के मुबारक मौके पर बधाई मांगने आया था. महबूबनगर के रहने वाले दोनों किन्नर और नरसिम्हा रात करीब 11.45 बजे नसीब नगर के पास बने होटलों पर भीख मांग रहे थे कि तभी स्थानीय लोगों ने उन्हें अपहरणकर्ता समझ लिया.
द टाईम्स आॅफ इंडिया ने चंद्रयानगुट्टा के थाना प्रभारी निरीक्षक प्रकाश रेड्डी के हवाले से लिखा, ''चोरों, अपहरणकर्ताओं और किन्नरों को लेकर कुछ व्हाट्सएप्प संदेश वायरल हो रहे हैं. एक स्थानीय व्यक्ति ने शोर मचा दिया कि ये दोनों बच्चों का अपहरण करने के इरादे से घूम रहे हैं.''
इस बात पर और अधिक लोग मौके पर जमा हो गए और किन्नरों से बहस शुरू कर दी. इसी बीच गर्मागर्म बहस ने जल्द ही हिंसक रूप ले लिया और करीब 500 लोगों की भीड़ ने उनकी पिटाई शुरू कर दी. नरसिम्हा ने अपने दोस्तों को बचाने का प्रयास किया और इस क्रम में उसे भी चोट आईं.
इसके अलावा जब पुलिस ने पीड़ितों को बचाने का प्रयास किया तो गुस्साई भीड़ ने उनपर भी पथराव कर दिया. तीनों पीड़ितों को उस्मानिया जनरल अस्पताल ले जाया गया जहां रविवार, 27 मई की सुबह करीब 3 बजे चंद्रैया ने दम तोड़ दिया.
टीओआई की खबर के मुताबिक बाकी दो घायल अभी भी अस्पताल में ईलाज करवा रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 147 (दंगो के लिये दंड), 148 (घातक हथियारों से दंगे फैलाना), 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
कुछ दिन पहले ही बीबीनगर क्षेत्र में फर्जी व्हाट्सएप्प संदेशों और वीडियो के चलते एक आटो चालक बालकृष्ण की भी स्थानीय लोगों द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. इन संदेशों में जनता को श्रीलंका और तमिलनाडु से बच्चों का अपहरण करने आए गैंग के सदस्यों से बचाव के चलते घरों में ही रहने की हिदायत दी गई थी.
इस बीच हैदराबाद पुलिस ने स्थानीय लोगों को फर्जी खबरों और अफवाहों से बचने और उन्हें न फैलाने की अपील की है.
इसके अलावा पुलिस अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में इन अफवाहों से जनता को जागरुक करने के लिये सीधे लोगों को संबोधित कर रहे हैं.
— hyderabadpolice (@hydcitypolice) May 27, 2018
@shosaidabad and Staff Conducted Awareness program at various colonies @ Saidabad with community people and explained about the false rumors which are spreading @socialmedia about children kidnapping and requested the public not to believe such rumors #Hyderabadkillsrumours pic.twitter.com/yoJy9fxkFE
— SHO SAIDABAD (@shosaidabad) May 27, 2018
SI Sri N.Dharma along with Patrol car-2 staff and BC-4 Staff performed Awareness program with the Sunder nagar community people and explained about the false rumors which are spreading through social media. pic.twitter.com/oAAe6ce4zm
— SHO KACHIGUDA (@shokachiguda) May 27, 2018
Malakpet Police patrolling staff PV-1 PC 4480 PC 1684 and BC-1 PC 5071 PC 3069 have conducted Awareness program regarding kidnappers & fake whatsapp videos . conducted Awareness program at at Revenue board colony and Hamali basthi. pic.twitter.com/Z38taJBujN
— SHO MALAKPET (@shomalakpet) May 27, 2018
#Hyderabadkillsrumours PS Afzalgunj SI, B lachi reddy and staff conducted awareness program at CBS, regarding Rumors of children kidnapping in social media, explaining about not to trust such kind of rumors pic.twitter.com/fk9ge0MGyg
— SHO AFZALGUNJ (@shoafzalgunj) May 28, 2018
इसके अलावा पुलिस द्वारा लोगों को चेतावनी भी दी गई है कि अफवाहों को फैलाने या दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है.
#Hyderabadkillsrumours PS Afzalgunj SI, C Ramanjaneyulu and staff conducted awareness program at osmanshahi, regarding Rumors of children kidnapping in social media, explaining about not to trust such kind of rumors pic.twitter.com/7N7FdHbCDG
— SHO AFZALGUNJ (@shoafzalgunj) May 28, 2018