लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का निधन हो गया है. दिल का हल्का दौरा पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमनाथ चटर्जी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. हालाकि उनकी हालत स्थिर बताई जा रही थी. 89 साल के सोमनाथ चटर्जी का डायलिसिस हो रहा था तभी उन्हें माइल्ड हार्ट अटैक हुआ. उसके बाद उन्हें ICCU में भर्ती कराया था.
सोमनाथ चटर्जी को किडनी संबंधी परेशानी होने के बाद 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे पहले तबीयत बिगड़ने पर 28 जून को कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत में बाद में सुधार होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था. इसके बाद उनकी तबीयत 10 अगस्त को अचानक फिर बिगड़ी तो उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
Former Lok Sabha speaker Somnath Chatterjee passes away at the age of 89 years in a Kolkata hospital. pic.twitter.com/gNKE8hwRLB
— ANI (@ANI) August 13, 2018
सोमनाथ चटर्जी का जन्म 25 जुलाई 1929 को बंगाली ब्राह्मण निर्मल चंद्र चटर्जी और वीणापाणि देवी के घर में असम के तेजपुर में हुआ था. उनके पिता एक प्रतिष्ठीत वकील, और राष्ट्रवादी हिंदू जागृति के समर्थक होने के साथ-साथ अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापकों में से एक थे. उन्होंने ब्रिटेन में मिडिल टैंपल से लॉ की पढ़ाई करने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने के बाद राजनीति में आने का फैसला किया.
अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ 1968 में की और वह 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे. 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए और इसके बाद कुल 10 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए.
1971 से लेकर उन्होंने सभी लोक सभाओं में एक सदस्य के रूप में निर्वाचित होकर सेवा की. साल 2004 में 14वीं लोक सभा में वे 10वीं बार निर्वाचित हुए. वे साल 1989 से 2004 तक लोकसभा में सीपीआईएम के नेता भी रहे. उन्होंने लगभग 35 सालों तक एक सांसद के रूप में देश की सेवा की जिसके लिए उन्हें साल 1996 में उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से नवाजा गया.
वर्ष 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौता विधेयक के विरोध में सीपीएम ने तत्कालीन मनमोहन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. तब सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे. पार्टी ने उन्हें स्पीकर पद छोड़ देने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने जिसके बाद सीपीएम ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर किया.