विश्व कप-2019 के पहले सेमीफाइनल में दो बार की चैंपियन टीम इंडिया का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। लीग चरण में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला मुकाबला बारिश के चलते रद्द हो गया था, लेकिन संयोग से दोनों टीमें एक बार फिर आमने-सामने हैं। भारत की नजर तीसरी बार विश्व विजेता बनने पर है तो वहीं, न्यूजीलैंड टीम पहली बार विश्व विजेता की ट्रॉफी अपने नाम करने की चाहत लेकर मैदान में उतरेगी।
दोनों टीमों के बीच विश्व कप में पिछली टक्कर 2003 में हुई थी जिसमें भारत जीतने में सफल रहा था। लगातार तीन लीग मैच हारकर सेमीफाइनल खेलने वाली न्यूजीलैंड पहली टीम बनने जा रही है। फिर वर्ल्ड कप के इतिहास का यह अनोखा संयोग भी है कि अंतिम लीग मैच हारकर नॉकआउट में पहुंचने वाली टीम आजतक विजेता नहीं बन सकी।
विश्व कप की 'रन मशीन' रोहित शर्मा की अगुआई में भारतीय शीर्षक्रम शानदार प्रदर्शन कर रहा है। दूसरी ओर ट्रेंट बोल्ट के नेतृत्व में न्यूजीलैंड के तेज आक्रमण की धार भी कम नहीं है। इस टूर्नामेंट में 'प्लान बी' के अभाव में भी विराट कोहली की टीम अपनी कमियों को ढांकने में कामयाब रही है लेकिन अब आखिरी दो तिलिस्म पर कोई भी कोताही बरतना भारी पड़ सकता है। भारत के लिए रोहित (647), राहुल (360) और विराट कोहली (442) मिलकर 1347 रन बना चुके हैं। सेमीफाइनल में रोहित बनाम लोकी फर्ग्युसन, राहुल बनाम ट्रेंट बोल्ट और कोहली का मैट हेनरी से मुकाबला देखना रोचक होगा।
दूसरी ओर 'संकटमोचक' केन विलियमसन की स्पिनरों के खिलाफ तकनीक या रोस टेलर का जसप्रीत बुमराह को खेलने का तरीका भी देखना दिलचस्प रहेगा। यह भी देखना होगा कि महेंद्र सिंह धोनी मैच में मिशेल सैंटनर की बाएं हाथ की धीमी गेंदबाजी का कैसे सामना करते हैं क्योंकि दोनों का सामना आईपीएल में चेन्नै सुपर किंग्स में कई बार हो चुका है।
न्यूजीलैंड के लिए फर्ग्युसन (17 विकेट), बोल्ट (15) और मैट हेनरी (10) मिलकर 42 विकेट ले चुके हैं। जिम्मी नीशाम ने 11 और कोलिन डि ग्रैंडहोम ने 5 विकेट लिए हैं। भारत के लिए चिंताजनक बात यह है कि शीर्षक्रम के बेहद कामयाब रहने से मध्यक्रम का 'टेस्ट' नहीं हो सका। ऐसे में बादलों से घिरे मैनचेस्टर के मैदान पर बोल्ट की गेंदबाजी घातक साबित हो सकती है।
ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को छोड़कर मध्यक्रम का कोई बल्लेबाज अच्छा नहीं खेल सका है। महेंद्र सिंह धोनी ने 90 प्लस के स्ट्राइक रेट से 293 रन बनाए लेकिन अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखे। न्यू जीलैंड की कमजोर कड़ी उसका टॉप ऑर्डर रहा है। कप्तान विलियमसन (481) को छोड़कर कोई बल्लेबाज नहीं चल सका।
पेसर जसप्रीत बुमराह ने न्यू जीलैंड के खिलाफ पिछली द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली थी, लिहाजा मार्टिन गप्टिल (166 रन) और कोलिन मुनरो (125) के लिए उन्हें खेलना आसान नहीं होगा। विलियमसन के बाद न्यू जीलैंड के लिए सर्वाधिक रन टेलर (261) ने बनाए हैं। बल्लेबाजी में भारत से उनका कोई मुकाबला नहीं है क्योंकि आलोचना झेल रहे धोनी भी करीब 300 रन बना चुके हैं।
पेसर जसप्रीत बुमराह और शमी की फॉर्म को देखते हुए भारत टॉस जीतने पर गेंदबाजी चुन सकता है। न्यू जीलैंड टीम में दाएं हाथ के कई बल्लेबाज होने के कारण भारत कलाई के दो स्पिनरों में से एक को बाहर कर सकता है। स्पिनर युजवेंद्र चहल के बारे में पता नहीं है कि क्या फिटनेस का कोई मसला है। ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने अपने पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। भारत 3 तेज गेंदबाजों के साथ उतरता है तो केदार जाधव एक बार फिर मध्यक्रम में दिनेश कार्तिक की जगह ले सकते हैं।
दूसरे सेमीफाइनल में 11 जुलाई को इंग्लैंड का सामना बर्मिंगम में ऑस्ट्रेलिया से होगा। भारत ने 1983 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराया था।
भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम एक विश्व कप में सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड दर्ज है। मास्टर ब्लास्टर ने 2003 में 11 मैचों में कुल 673 रन बनाए थे जिसमें 1 शतक और 6 अर्द्धशतक शामिल रहे। भारतीय ओपनर रोहित ने अब तक 8 मैच खेले हैं और वह 647 रन बनाकर सबसे आगे चल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने रिकॉर्ड 5 शतक और 1 अर्द्धशतक लगाया है। यदि रोहित सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 27 रन और बना लेते हैं तो सचिन के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।
यही नहीं हिटमैन रोहित यदि एक और शतक लगा लेते हैं तो सचिन के विश्व कप में कुल छह शतक के विश्व रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देंगे। रोहित के इस विश्व कप के पांच शतकों सहित कुल छह शतक हैं। एक शतक उन्होंने पिछले विश्व कप में बनाया था।