बुधवार को नागालैंड के मोन जिले में एक लड़की के साथ कथित रूप से बलात्कार करने वाले एक 20 वर्षीय व्यक्ति को भीड़ ने बुरी तरह से पीटकर नग्न करके घुमाया.
द नाॅर्थईस्ट टुडे के अनुसार, 20 वर्षीय राहुल सेन पर एक 12 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार करने का आरोप है.
पीड़िता के द्वारा पेट में दर्द होने की शिकायत करने के बाद उसकी बड़ी बहन की नजर उसके निजी हिस्सों पर लगी कुछ चोटों की ओर गया और इस प्रकार से यौन हमले का यह मामला सामने आया. नागालैंड के डीजीपी रुपीन शर्मा ने बताया कि इसके बाद पीड़िता ने खुलाया किया कि सेन ने कई मौकों पर उसका यौन उत्पीड़न किया है.
इस घटना की जानकारी मिलने पर गुस्साए लोगों ने सेन को उस दुकान से घसीटकर बाहर निकाल लिया जहां वह सेल्समैंन की नौकरी करता है और उसकी पिटाई की. उन्होंने उसके गले में तख्ती टांगकर उसे नग्न कर घुमाया. तख्ती पर लिखा था, ''मैं 12 वर्षीय नाबालिग का बलात्कारी हूं.''
इसके बाद सेन को सड़क के किनारे लगे बिलबोर्ड पर बांध दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और सेन को उग्र भीड़ से बचाने के क्रम में कुछ पुलिसकर्मी चोटिल भी हुए.
डीजीपी ने बताया कि सेन को कोई गंभीर चोट नहीं पहुंची है और उसका अस्पताल में ईलाज करवाया जा रहा है. इसके अलावा नाबालिग पीड़िता का भी ईलाज चल रहा है.
सेन के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है जबकि भीड़ के हमले के मामले में भी एक अलग मुकदमा दर्ज किया गया है.
इससे पहले ऐसे ही एक मामले में करीब 5,000 लोगों की एक भीड़ ने नागालैंड की दीमापुर सेंट्रल जेल का दरवाजा तोड़कर बलात्कार के आरोपी को बाहर निकाल लिया था.
इसके बाद भीड़ ने आरोपी को नग्न करके घुमाया और पीट-पीटकर उसकी जान ले ली. हालांकि बाद में वह मामला सहमति से बने संबंधों का निकला था.