लगभग 6 दशकों तक तमिलनाडु की राजनीति का केंद्र रहे करुणानिधि ने आखिरकार मंगलवार, 7 अगस्त की शाम 6.10 मिनट पर दुनिया को अलविदा कह दिया. 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि बीते कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे.
कावेरी अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शाम छह बजकर 10 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके कई जरूरी अंग ठीक से काम नहीं कर रहे थे. वे लगातार लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे. अस्पताल ने बयान जारी कर कहा कि 94 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही थी.
कावेरी अस्पताल के मुताबिक, "द्रमुक अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की तबीयत खराब है. ज्यादा उम्र होने के कारण उनके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की कार्य क्षमता को बनाए रखना मुश्किल हो रहा है." अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर अरविन्दन सेल्वाराज ने कहा, द्रमुक अध्यक्ष के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है और वह मेडिकल सपोर्ट पर हैं. अगले 24 घंटों में उनके तबीयत में कितना सुधार आता है, इसी से आगे की चीजें तय होंगी. करुणानिधि को ब्लड प्रेशर की समस्या के बाद 28 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
दक्षिण भारत में सिनेमा से राजनीति में कदम रखने की परंपरा बहुत पुरानी है. पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और 12 बार विधानसभा सदस्य रहे डीएमके प्रमुख करुणानिधि भी इसी तरह राजनीति में आए. भारतीय राजनीति में एक अलग ही पहचान रखने वाले करुणानिधि तमिल सिनेमा जगत के एक नाटककार और पटकथा लेखक थे. इसलिए उनके प्रशंसक उन्हें कलैनर कहकर बुलाते हैं यानी तमिल कला का विद्वान.
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी करूणानिधि के साथ अपनी पुरानी तस्वीरों के जरिये उनके निधन पर शोक व्यक्त किया.
Deeply saddened by the passing away of Kalaignar Karunanidhi. He was one of the senior most leaders of India.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 7, 2018
We have lost a deep-rooted mass leader, prolific thinker, accomplished writer and a stalwart whose life was devoted to the welfare of the poor and the marginalised. pic.twitter.com/jOZ3BOIZMj