अपने करियर को लेकर चल रही तमाम अटकलों के बीच पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को साफ कर दिया कि वह भारतीय टीम के वेस्ट इंडीज दौरे के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता में वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का एलान रविवार यानि 21 जुलाई को होगा।
बता दें कि टीम इंडिया तीन अगस्त से वेस्टइंडीज दौरा शुरू करेगी। भारत को इस दौरान तीन टी-20 इंटरनेशनल, तीन वनडे और दो टेस्ट मैच खेलने हैं।
धोनी पैरामिलिट्री फोर्स की पैराशूट रेजिमेंट में एक मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक यह पता चला है कि धोनी अपनी रेजिमेंट के साथ अगले दो महीने रहेंगे और अपनी सेवा सेना को देंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, बीसीसीआई के एक आला अधिकारी ने मामले के बारे में अधिक जानकारी दी। अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, 'धोनी ने स्वयं को वेस्ट इंडीज दौरे के लिए अनुपलब्ध बताया है चूंकि वह अगले दो महीने पैरामिलिट्री रेजिमेंट के साथ समय बिताएंगे।'
38 वर्षीय धोनी ने बीसीसीआई को अपने इस फैसले के बारे में बता दिया है। रविवार को एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति मुंबई में बैठक करेगी जिसमें वेस्ट इंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चनय होगा।
हालांकि धोनी ने संन्यास का ऐलान नहीं किया है, लेकिन वह 2 महीने कोई क्रिकेट नहीं खेलेंगे। इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि धोनी वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। इससे पहले धोनी के संन्यास की खबरों पर उनके मैनेजर और दोस्त अरुण पांडे ने बयान दिया था। अरुण पांडे ने कहा था कि धोनी का अभी संन्यास का कोई इरादा नहीं है।
अरुण पांडे ने कहा कि अभी माही के क्रिकेट छोड़ने का कोई प्लान नहीं है। बता दें कि वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के वर्ल्ड कप का सफर सेमीफाइनल में थमते ही धोनी के संन्यास पर अटकलें लगनी शुरू हो गईं। अरुण पांडे से पहले धोनी के बचपन के कोच केशव बनर्जी ने कहा था कि वह टी-20 वर्ल्ड कप तक खेलना जारी रख सकते हैं।
धोनी के बचपन के कोच ने कहा था कि मेरा मानना है कि माही को टी-20 फॉर्मेट में खेलना चाहिए। 50 ओवर की विकेटकीपिंग और फिर बल्लेबाजी के साथ वनडे खेलना शरीर के लिए बहुत कठिन होता है। फिर गेंदबाजों और फील्डरों की मदद करने के अतिरिक्त दबाव की वजह से वह हमेशा मैदान पर एक्शन में रहते हैं, जबकि टी-20 में उन्हें इतनी जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी।
धोनी के रिटायरमेंट पर अब तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन केशव बनर्जी का मानना है कि इस बारे में जल्द ही फैसला लिया जाना चाहिए।
बता दें कि विश्व कप-2019 में धोनी अपने प्रदर्शन को लेकर लगातार आलोचकों के निशाने पर रहे। उन्होंने आठ मैचों में 273 रन बनाए, जो किसी भी भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाजों द्वारा सबसे अधिक है। हार्दिक पंड्या (226) और ऋषभ पंत (116) इस सूची में उनसे पीछे हैं।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।