राजधानी दिल्ली के किराड़ी इलाके में सोमवार, 23 दिसंबर की अलसुबह एक तीन मंजिला आवासीय सह वाणिज्यिक इमारत में सोमवार को भीषण आग लगने से तीन बच्चों समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई।
दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग (डीएफएस) ने बताया कि रविवार देर रात 12 बज कर 30 मिनट पर एक घर में आग लगने की सूचना मिलने के बाद दमकल की आठ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। इमारत के भूतल में कपड़ों का एक गोदाम था और अन्य तीन मंजिलों पर लोग रहते थे।
#UPDATE Delhi Fire Department: 9 people died in the fire which broke out in a cloth godown in Kirari late last night. https://t.co/PXShLLo593
— ANI (@ANI) December 23, 2019
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तड़के तीन बजकर 50 मिनट पर आग पर काबू पाया जा सका। उल्लेखनीय है कि इस घटना से कुछ ही दिन पहले उत्तरी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में आठ दिसंबर को चार मंजिला इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी। इस इमारत में अवैध निर्माण इकाइयां थीं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किराड़ी वाली घटना में तीन लोगों को बचा लिया गया जिनकी पहचान पूजा (24) और उसकी बेटियों आराध्या (तीन) और सौम्या (10) के रूप में की गई है। आग से बचने के लिए ये तीनों बगल की इमारत में कूद गए थे।
मृतकों की शिनाख्त इमारत के मालिक राम चंद्र झा (65), सुदरिया देवी (58), संजू झा (36), गुड्डन और उदय चौधरी (33) एवं उसकी पत्नी मुस्कान (26) तथा उनके बच्चों अंजलि (10), आदर्श (सात) और छह माह की बच्ची तुलसी के रूप में की गई है। इमारत में कोई अग्नि सुरक्षा उपकरण नहीं मिला।
एक अधिकारी ने बताया कि दूसरी मंजिल पर सिलेंडर फटने के कारण इमारत का एक हिस्सा ढह गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। ऐसा संदेह है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से सिलेंडर फटा और उसी से आग लगी जिसके बाद इमारत की एक दीवार ढह गई।
रामचंद्र झा ने भूतल विजय सिंह कटारा को किराए पर दिया हुआ था जिसका दावा है कि आग में करीब 20 लाख रुपये की कीमत के कपड़े खाक हो गए।अधिकारियों ने बताया कि गुड्डन राम चंद्र झा के एक बेटे की सास थी और उदय चौधरी किराएदार था।
घटना के समय पूजा का पति और रामचंद्र झा का बेटा अमरनाथ झा अपने भाई के मौत के बाद कुछ रिवाज पूरे करने के सिलसिले में हरिद्वार में थे।अधिकारियों ने बताया कि आगे की जांच जारी है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.