केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सुस्ती बढ़ने की चर्चा के बीच गुरुवार को कहा कि स्थिति सुधर रही है और चीजें आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि त्योहारी मौसम में खपत बढ़ने के साथ दूसरी छमाही में आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने की उम्मीद है। सीतारमण ने दिल्ली में निजी क्षेत्र के बैंकरों, वित्तीय संस्थानों के साथ हुई बैठक के बाद ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा, 'मैंने किसी से नकदी की समस्या होने के बारे में नहीं सुना है।' अर्थव्यवस्था में सुस्ती के लिए बाजार में नकदी की तंगी को बड़ी अड़चन माना जा रहा है।
वित्त मंत्री ने निजी क्षेत्र के बैंकरों के हवाले से कहा कि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में गिरावट चक्रीय है। धारणा की वजह से यात्री वाहनों की बिक्री कम हुई है।
उन्होंने कहा कि सस्ते मकानों की योजना के लिए ऋण की अच्छी मांग है। बैंकरों ने इसकी सीमा 45 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने की मांग की है।
बैठक के बाद वित्त सचिव ने कहा कि ऋण देने के लिए निजी क्षेत्र के बैंक भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ 400 जिलों में खुले में बैठकर ऋण वितरण कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इसके तहत 250 जिलों में पहले चरण का संपर्क अभियान तीन से सात अक्टूबर 2019 तक आयोजित होगा।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।