साल 2012 में सेना की तरफ से तख्तापलट की खबर सामने आई थी। यूपीए-2 सरकार के वक्त आई इस खबर के बारे में तत्कालीन सेनाध्यक्ष और वर्तमान केन्द्रीय राज्यमंत्री वी.के. सिंह ने उस वक्त की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि वे इसकी उच्चस्तरीय जांच कराए।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, वी.के. सिंह ने कहा- "तत्कालीन रक्षामंत्री ने बयान जारी कर यह कहा था कि ऐसा भी नहीं हुआ। उस वक्त हमने गृह मंत्रालय से शिकायत कर कहा था कि इसकी जांच की जरुरत है क्योंकि यह गद्दारी है। उस वक्त इसकी जांच नहीं कराई गई। मैनें प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वे इसकी उच्चस्तरीय जांच कराए क्योंकि हमारे पास छुपाने को कुछ भी नहीं है।"
MoS External Affairs&Ex-Army Chief VK Singh on reports that top leaders of UPA wanted army coup attempt in '12: I'd said very clearly that Indian Army can never think of anything of this sort. Despite this, there were some went to town tom-tomming that such a thing has happened. pic.twitter.com/ZQ2bt6Is4u
— ANI (@ANI) February 7, 2019
पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सेनाओं के मनोबल को ऊंचा करने का काम किया है जबकि साल 2012 में लोगों ने सेना के मनोबल को गिराने का काम किया था और वे देश को फर्जी स्टोरी प्लांट कर देश के खिलाफ काम कर रहे थे। ऐसे लोगों को सामने लाने की जरुरत है।
Former Army Chief VK Singh: The PM has made attempts to raise the morale of the armed forces, while in 2012 people were trying to bring down the morale of the armed forces & they were working against the country by planting fallacious stories. Inquiry needed to expose such people https://t.co/W10RZFQiG4
— ANI (@ANI) February 7, 2019