अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2 सप्ताह पहले के मुकाबले तनाव में कमी आई है। इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर दोहराया है कि यदि दक्षिण एशिया के दोनों पड़ोसी चाहें तो वे मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। ट्रंप का यह बयान 26 अगस्त को फ्रांस में जी7 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के 2 सप्ताह बाद आया है।
इस मुलाकात में पीएम ने ट्रंप के सामने दो टूक कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी मुद्दे पर तीसरे देश के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।
ट्रंप ने सोमवार को वाइट हाउस में मीडियाकर्मियों से कहा, 'आप जानते हैं कि कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान में टकराव है। मेरा मानना है कि 2 सप्ताह पहले जितना तनाव था उसमें अब कमी आई है।'
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को भारत सरकार द्वारा निष्प्रभावी किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की कई बार इच्छा जाहिर कर चुके ट्रंप ने एक बार फिर यही दोहराया है। भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति के आकलन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा, 'मुझे दोनों देशों का साथ बहुत अच्छा लगता है। मैं उनकी मदद करना चाहता हूं, यदि वे चाहें। वे जानते हैं कि उनके सामने यह प्रस्ताव है।'
जुलाई में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिकी दौरे के दौरान ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा था। भारत ने तुरंत इसे द्विपक्षीय मुद्दा बताते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। भारत ने ट्रंप के इस दावे का भी जोरदार खंडन किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यस्थता के लिए कहा था।
पिछले महीने फ्रांस में मोदी और ट्रंप की मुलाकात हुई थी। इस दौरान ट्रंप ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे का समाधान करना है। पीएम मोदी ने भी स्पष्ट किया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं दिया जाएगा।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।