जेट एयरवेज के घरेलू पायलटों के निकाय नैशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने बकाया वेतन भुगतान को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन रजनीश कुमार को पत्र लिखा है और उनसे मिलने का समय मांगा है। एसबीआई की अगुवाई में कर्जदाताओं के समूह द्वारा नरेश गोयल की कंपनी के अधिग्रहण के एक दिन बाद एनएजी ने यह मांग रखी है।
गिल्ड ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि अगर उनके बकाये वेतन का भुगतान तथा कंपनी को पटरी पर लाने की रूपरेखा 31 मार्च तक उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तो उसके 1,100 सदस्य एक अप्रैल से उड़ान रोक देंगे। कंपनी में चल रही उठा-पटक के बीच जेट एयरवेज के संस्थापक और चेयरमैन नरेश गोयल तथा निदेशक मंडल में शामिल उनकी पत्नी अनीता गोयल ने पद से हटने का निर्णय किया। साथ ही उनकी हिस्सेदारी मौजूदा 50.1 प्रतिशत से घटकर 25.5 प्रतिशत पर आ गयी।
इस बदलाव के साथ एतिहाद की हिस्सेदारी भी घटकर 12 प्रतिशत पर आ गई है। जेट एयरवेज के निदेशक मंडल से उसे अपने सदस्य को भी हटाना पड़ा है। समझौते के तहत एसबीआई की अगुवाई में बैंक तत्काल 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी एयरलाइंस में डालेंगे तथा 9,700 करोड़ रुपये के कर्ज को इक्विटी में तब्दील करेंगे।
नई पूंजी के साथ कंपनी में बैंकों की हिस्सेदारी 50.1 प्रतिशत पर आ गई है। एनएजी के महासचिव तेज सूद ने कुमार को भेजे ई-मेल में कहा, 'हम आपसे हमें तथा इंजीनियरों को हो रही मुश्किलों को दूर करने का आग्रह करते हैं। इसके लिए जेट का नया प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि लंबित वेतन भुगतान में और विलम्ब न हो।'
उन्होंने जेट को पटरी पर लाने के लिए एसबीआई को धन्यवाद दिया और उनसे मुलाकात का समय मांगा। गिल्ड जेट में कार्यरत 1,600 पायलटों में से 1,100 पायलटों का प्रतिनि