जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार ने रविवार को प्रधानमंत्री किसान योजना, प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना और स्टैंड-अप इंडिया जैसी 85 जनोन्मुख विकास योजनाओं की शुरुआत की। सरकार का लक्ष्य है कि 21 मंत्रालयों के तहत आने वाली इन योजनाओं के 100 प्रतिशत कवरेज को एक महीने (30 सितंबर) के भीतर पूरा कर लिया जाए।
अटल पेंशन योजना सहित कई बीमा योजनाएं भी प्रदेश में शुरू की गई हैं और जम्मू-कश्मीर के सभी घरों में बिजली प्रदान करने की भी सरकार की योजना है। प्रधानमंत्री की विशेष पहल, जिसमें गरीब लोगों को एलपीजी कनेक्शन देना और एलपीजी और केरोसिन के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्रदेश के इलाकों में मिलेगा। इसमें भी विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ध्यान केंद्रित किया गया है।
Message from Hon’ble Governor of Jammu and Kashmir pic.twitter.com/Y8VRbEVvai
— DIPR-J&K (@diprjk) August 25, 2019
प्रधानमंत्री किसान योजना और प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना कृषि मंत्रालय के अंतर्गत आती हैं, वहीं प्रधानमंत्री जनधन योजना और स्टैंड-अप इंडिया वित्त मंत्रालय के भीतर आती हैं।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, 'जैसा कि हम एक सुनहरे भविष्य की ओर जा रहे हैं, मैं चाहता हूं कि राज्य का प्रत्येक नागरिक किए गए सभी बदलाव का लाभ ले। मैं चाहता हूं कि हर पात्र व्यक्ति को भारत सरकार द्वारा लागू विकास कार्यक्रमों का लाभ मिले।'
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दश्कों में राज्य के लोगों ने अलगाववाद के अजेंडे और सीमापार से आंतक के चलते बहुत कुछ सहन किया है। राज्यपाल ने कहा, 'इससे डर और आतंक का वातावरण बना और राज्य में सामाजिक-आर्थिक विकास भी बाधित हुआ।'
राज्यपाल ने आम लोगों से अपील की कि वे इन योजनाओं का लाभ उठाएं। मलिक ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि आप आगे आएं और इन योजनाओं का भरपूर लाभ लें।'
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।