लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की हार के बाद अमेठी कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता और युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र शुक्ला ने शनिवार को कहा कि अमेठी से राहुल गांधी की हार के जिम्मेदार राहुल के प्रतिनिधि चंद्रकांत दूबे हैं। उन्होंने दूबे पर बाहरी लोगों को लाकर अमेठी में चुनाव प्रचार कराने और अच्छे कांग्रेसियों को बेइज्जत कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने का आरोप लगाया।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि चंद्रकांत दूबे 2014 से बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। जिला पंचायत के चुनाव में उन्होंने उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटवा दिया। निकाय चुनाव में ऐसे-ऐसे उम्मीदवार लाए गए, जिनका कोई जनाधार नहीं था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी पराजय हुई।
शुक्ला ने आरोप लगाया कि चंद्रकांत दूबे ने कांग्रेस और राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिए इस तरह का कार्य किया। धर्मेंद्र शुक्ला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने कई बार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की शिकायत को संज्ञान में लिया, हालांकि देश भर में चुनाव प्रचार के कारण वह ज्यादा समय नहीं दे पा रहे थे।
इसी समय की कमी का फायदा चंद्रकांत दूबे ने उठाया। उन्होंने कहा कि दूबे के विश्वासघात के लिए राहुल को पत्र लिखकर जांच की मांग की गई है। चंद्रकांत दूबे सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा के बहुत करीबी लोगों में माने जाते हैं।